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भी हाल सियाचीन में आए बर्फीले तूफान में शहीद लांस नायक सुधीश का पार्थिव शरीर जब दिल्ली लाया गया तो केरल सरकार की ओर से कोई भी प्रतिनिधि वहां मौजूद नहीं था। शहीद के इस अपमान पर प्रदेश सरकार के खिलाफ राज्यभर में व्यापक आंदोलन शुरू हो गया है। लोगों में इस बात पर तीखा रोष है कि जब दिल्ली में शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा तो वहां कोई मौजूद क्यों नहीं था जबकि केन्द्रीय रक्षा राज्यमंत्री राव इंद्रजीत सिंह, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, तीनों सेनाओं के प्रमुख, तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र आदि राज्य सरकारों के प्रतिनिधि श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे थे। 'आर्गेनाइजर' के संवाददाता के त्रिवेंद्रम में केरल सरकार के सामान्य प्रशासन सचिव (सैनिक कल्याण) डॉ. वी. अशोक से इस संबंध में पूछने पर उनका कहना था कि जब राजधानी में शहीद सुधीश का पार्थिव शरीर पहुंचा तो राज्य सरकार ने पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि दी। वे कहते हैं, ''सैन्य स्रोतों से राज्य सरकार को जो भी सूचना उपलब्ध हुई, हमने उसके अनुरूप कार्य किया। पर हम इस बात के लिए जिम्मेदार नहीं हैं कि दिल्ली में क्या हुआ।'' उन्होंने कहा कि इस सवाल का जवाब दिल्ली के केरल हाउस स्थित रेजिडेंट कमिश्नर ही दे सकते हैं। लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया। -टी. सतीशन
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