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अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर मोदी सरकार से किसी प्रकार का कोई संकेत नहीं मिला है। कुछ समाचार पत्रों में महन्त नृत्यगोपालदास के नाम से प्रकाशित वक्तव्य नितान्त मिथ्या है। अयोध्या में1990 से सैकडों ट्रक पत्थर आ चुका है, नक्काशी करके रामघाट कार्यशाला में रखा है, रोज बडे पैमाने पर दर्शनार्थी दर्शन के लिये आते हैंं, आज तक शान्ति व्यवस्था की समस्या कभी खडी नही हुई। संतांे का स्पष्ट मत है कि संसद ही कानून बनाकर मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करे। संत, विहिप और हिन्दू समाज ने सदैव न्यायालय का सम्मान किया है – प्र्रतिनिधि
शास्त्र रक्षा हेतु संस्कृत भारती द्वारा शलाका परीक्षा आयोजित
संस्कृत भारती हर वर्ष शलाका परीक्षा का आयोजन करती है। इसका उद्देश्य यह है कि नयी पीढ़ी में शास्त्र पढने तथा उनमंे प्रवीणता प्राप्त करने की इच्छा जागृत हो। यह परीक्षा भारत के भिन्न-भिन्न नगरों मंे होती है। इस वर्ष यह काशी में हुई। व्याकरण, न्याय और पाठ्यपुस्तक मणिका पर आधारित तीन चक्रों में चली इस परीक्षा का प्रथम चक्र था कण्ठस्थीकरण, द्वितीय व्याख्यान और तृतीय था प्रश्नों का समाधान। इस पारंपरिक परीक्षा का वैशिष्ट्य है 100 प्रतिशत मूल्यांकन और पारदर्शी परीक्षा। मौखिक परीक्षा होने के कारण प्रश्नपत्र पहले ज्ञात होने का प्रश्न ही नहीं उठता।
इस वर्ष की परीक्षा में सफलता पायी। व्याकरण में प्रथम स्थान वृन्दावन, उत्तर प्रदेश के प्रवीन न्यौपाने, द्वितीय हरिद्धार, उत्तराखण्ड के शुभम ममगाई व तृतीय वृन्दावन, उत्तर प्रदेश के रोहित भट्टराई को मिला। इसी प्रकार न्याय परीक्षा में बेलूर, पश्चिम बंगाल के शुभदीप प्रथम, काशी उत्तर प्रदेश के यदुपति द्वितीय और बेलूर, पश्चिम बंगाल के तापस खाडा तृतीय स्थान पर रहे।
पाठ्य पुस्तक मणिका पर केन्द्रित परीक्षा में प्रथम स्थान काशी, उत्तर प्रदेश के ज्वालाप्रसाद सिंह, द्वितीय नागपुर महाराष्ट्र के सार्थक घोरपडे और तृतीय इटावा, उत्तर प्रदेश के शिवम यादव ने प्राप्त किया। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखण्ड, गुजरात, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल आदि प्रान्तांे से प्रतिभागी परीक्षा में शामिल हुए।
कार्यक्रम का उद्घाटन काशी विद्वत् परिषद के अध्यक्ष प्रा़े रामयत्न शुक्ल ने किया। परीक्षा का संयोजन संस्कृतभारती के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष एवं बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय के व्याकरण विभाग के अध्यक्ष प्रा़े गोपबन्धु मिश्र ने किया। पुरस्कार काशी के प्रसिद्घ न्यूरो सर्जन डॉ़ विश्वेशदत्त तिवारी, संस्कृत भारती के राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख श्री श्रीश देवपुजारी और प्रसिद्घ समाजसेवी श्री़ बृजेश कुमार तिवारी ने प्रदान किए।
-प्र्रतिनिधि
पत्रक का विमोचन
स्वदेशी जागरण मंच द्वारा सिद्घार्थ इन्टरनेशनल होटल में मंच के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य देवेन्द्र डागा, राजस्थान प्रान्त सहसंयोजक श्री धर्मेन्द्र दुबे, प्रदेश सह कोष प्रमुख श्री अतुल भंसाली व हुंकार सभा प्रभारी श्री ज्ञानेश्वर भाटी के द्वारा गांधी मैदान में 26 दिसम्बर को आयोजित होने वाली स्वदेशी हुंकार सभा के पत्रक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर मंच के विभाग संयोजक अनिल वर्मा, सह विभाग संयोजक विनोद मेहरा, महानगर संयोजक अनिल माहेश्वरी, मीडिया प्रभारी मिथिलेश कुमार झा, विरेन्द्र शर्मा, अशोक गुप्ता, दिनेश सेवग, सत्येन्द्र प्रजापति, माणिकान्त जोशी व पवन शर्मा आदि उपस्थित थे। – प्र्रतिनिधि
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