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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने एकता को अपना सूत्र माना है, जिसमें सबसे अहम पहलू यह है कि सभी को एक साथ लेकर चलना ही मूल मंत्र है। उक्त बातें प्रयाग संगीत समिति में आयोजित एक दिवसीय तरुण संगम के उद्घाटन सत्र में सम्बोधित करते हुए रा.स्व.संघ अखिल भारतीय कार्यकारी मण्डल के सदस्य श्री इन्द्रेश कुमार ने कहीं।
श्री चन्द्रबलि हंस महाराज ने कहा कि विश्व के सभी जीवों सहित मानव जाति के कल्याण के लिए प्रत्येक क्षण हवन कर रहा है, जिससे निकलने वाली ऊर्जा से संसार का कल्याण हो रहा है। लोकसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो़ कृष्ण बिहारी पाण्डेय ने भारत के इतिहास के सम्बन्ध में अपना विचार रखा। कार्यक्रम के प्रथम सत्र की अध्यक्षता डॉ. मिलन मुखर्जी ने की। कार्यक्रम में मुख्य रूप से चन्द्रबली हंस जी महाराज और उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो़ कृष्ण बिहारी पाण्डेय, डॉ़ मिलन मुखर्जी, विभाग संचालक पण्डित रामशिरोमणि, विभाग कार्यवाह नागेन्द्र, क्षेत्र शारीरिक प्रमुख गजेन्द्र, जिला कार्यवाह वीरकृष्ण, विभाग प्रचारक मनोज, जिला प्रचारक सर्वेश, जिला प्रचारक अनुराग, संजीव आदि उपस्थित थे। प्रतिनिधि
संस्कृति रक्षा के लिए संस्कृत जरूरी
दरभंगा। कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के दरबार हॉल में गत दिनों 'भारतीय संस्कृति एवं संस्कृत भाषा' पर व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया। इसके मुख्य अतिथि अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. बालमुकुन्द पाण्डेय थे। विशिष्ट अतिथि ललित नारायण मिश्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. साकेत कुशवाहा, जालेश्वर के विधायक श्री जीवेश कुमार और संयोजिका डॉ. बबीता कुमारी ने भी अपने विचार रखे। मंच संचालन प्रो. सुरेश्वर झा दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलसचिव एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री संतोष कुमार झा ने किया। बालमुकुन्द पाण्डेय ने कहा कि संस्कृति और संस्कृत के विकास से ही देश का विकास होगा। भारतीय संस्कृति उस समय अपने चरम पर भी थी जिस समय अमरीका, जर्मनी, फ्रांस में सभ्यता का उदय हो रहा था। संस्कृति को बचाने के लिए संस्कृत को अपनाना होगा। इससे पूर्व सरस्वती वंदना व स्वागत गीत के साथ अतिथियों को शॉल, माला पहनाकर स्वागत किया गया। प्रतिनिधि
अशोकजी का अस्थिकलश यमुना में विसर्जित
विश्व हिन्दू परिषद के पर्याय हो चुके अशोक जी की अस्थिकलश यात्रा के कृष्ण की नगरी पहुंची। नगर के हेडगेवार पार्क में हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं का जमावड़ा हो रहा था। ठीक 10:30 बजे एक पुष्प सज्जित वाहन के ऊपर अशोक जी का अस्थि कलश स्थापित किया गया था।
विहिप के अन्तरराष्ट्रीय संगठन महामंत्री श्री दिनेश चन्द्र व संघ के ब्रज प्रान्त प्रचारक श्री हरीश व हिन्दूवादी नेता श्री गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी के द्वारा अस्थिकलश पर पुष्पार्चन कर अस्थि-कलश यात्रा आरंभ हुई, 11:45 बजे यात्रा ने यमुना के विश्राम घाट पर विश्राम लिया। अस्थि विसर्जन के तय मुहूर्त 12:15 तक घाटों से लेकर नौका सवार कार्यकर्ताओं का हुजूम 'श्रीराम जय राम जय जय राम' के महामंत्र का उद्घोष करता रहा और घड़ी की सुई के 12:15 पर आते ही 'अशोक सिंहल-अमर' रहें के उद्घोष के साथ श्री दिनेश चन्द्र द्वारा कलश की अस्थि भस्म को कालिंदी में समाहित कर दिया गया।
इस अवसर पर सह प्रान्त कार्यवाह राजकुमार सिंह, केशवधाम के निदेशक ललितजी, दीनदयाल धाम के निदेशक पद्म, मंत्री डा़ॅ रोशनलाल अग्रवाल, विहिप के देवेन्द्र सिंह राठौर, विजय बहादुर सिंह, पूर्वमंत्री रविकान्त गर्ग, पूर्व मंत्री चौ़ लक्ष्मीनारायण, पूर्व सांसद तेजवीर सिंह, एस़ के़ शर्मा, ठा़ॅ ओमप्रकाश सिंह, भाजपा के जिला अध्यक्ष डा़ॅ डी़ पी. गोयल, महामंत्री रवीन्द्र पाण्डेय, विहिप के संगठन मंत्री राघवेन्द्र, वृन्दावन के अध्यक्ष सौरभ गौड़, बच्चू सिंह, गोकुलेश गौतम, पूर्व विधायक अजय पोईया, कै़ हरिहर शर्मा,प्रयागनाथ चतुर्वेदी, ब्रजेन्द्र नागर, हरिओम, योगेश आबा, प्रदीप गोस्वामी, हरिओम सिकरवार, पुनीत चतुर्वेदी, घनश्याम सिंह लोधी, चौ़ प्रेम सिंह, डॉ. कमल कौशिक आदि उपस्थित रहे । प्रतिनिधि
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