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कोलकाता में पिछले दिनों डॉ. हेडगेवार की 125वीं जयन्ती व्याख्यानमाला के अन्तर्गत 'राष्ट्रोन्नति का हेडगेवार मार्ग : आज की प्रासांगिकता' विषय पर एक गोष्ठी आयोजित की गई। इसके मुख्य वक्ता और नेशनल बुक ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री बल्देव भाई शर्मा ने कहा कि समूचे विश्व को शान्ति और सौहार्द का सन्देश देना ही डॉ. हेडगेवार का मार्ग रहा है। उनकी दृष्टि कालजयी रही है। डॉ. हेडगेवार ने प्रसिद्धि से दूर रह कर हिन्दू समाज को संगठित करने का कार्य किया। संगठित हिन्दू समाज ही भारत को परमवैभव तक ले जाएगा। उन्होंने कहा कि स्व के विस्तार का नाम है हिन्दुत्व। संस्कारित और सक्षम समाज ही सुराज की आधारशिला है। गोष्ठी के मुख्य अतिथि और त्रिपुरा के राज्यपाल श्री तथागत राय ने कहा कि हिन्दू समाज को जागृत और संगठित कर मनुष्य का निर्माण करना डॉ. हेडगेवार का स्वप्न था। गोष्ठी के अध्यक्ष और सांसद श्री चन्दन मित्रा ने कहा कि मानव निर्माण और चरित्र निर्माण पर बल देकर राष्ट्रीय अस्मिता को जागृत करने का जो स्वप्न डॉ. हेडगेवार ने देखा था वही राष्ट्रोन्नयन का सही मार्ग है। गोष्ठी का आयोजन श्रीबड़ाबाजार कुमारसभा पुस्तकालय ने किया था। प्रतिनिधि
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