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अखण्ड भारत दिवस (14 अगस्त) के अवसर पर जबलपुर में नर्मदा नदी के जिलहरी घाट से तिलवारा घाट 10 कि.मी़ तक तैराकी यात्रा आयोजित की गई। इस अवसर पर उफनती नर्मदा नदी में लोगों ने हाथों में भगवा ध्वज और तिरंगा झंडा लेकर तैराकी की। इस यात्रा का उद्देश्य था भारतभूमि की अखंडता का संकल्प जन-जन में स्थापित करना और देश के बंटवारे से हुए विखंडन को समाप्त कर पुन: भारत के प्राचीन वृहद् स्वरूप को प्राप्त करना। इस वर्ष आयोजित (सातवें वर्ष) इस यात्रा में संघ के विभाग प्रचारक गजानन, स्थानीय महापौर और अनेक साधु-संत उपस्थित हुए। तैराकी यात्रा में सम्मिलित 127 सहभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। ल्ल प्रतिनिधि
'वैभवशाली भारत का सपना देखें युवा'
लखनऊ के जियामऊ स्थित स्थित विश्व संवाद केन्द्र में 17 अगस्त को अधीश स्मृति व्याख्यानमाला के तहत 'राष्ट्र निर्माण में युवाओं का योगदान' विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई। इसके मुख्य वक्ता थे उत्तर प्रदेश भाजपा के महामंत्री संगठन सुनील बंसल। उन्होंने कहा कि वैभवशाली, शक्तिशाली व स्वाभिमानी भारत बनाने के लिए देश के युवाओं को आगे आना होगा। भारत पूरी दुनिया का नेतृत्व करने वाला बने, इसका स्वप्न युवाओं को देखना होगा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि आशुतोष भटनागर ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में छोटे-छोटे कार्यों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। भारत तभी विकसित होगा जब शासन सत्ता में बैठे लोग युवाओं को सामने रखकर योजनाएं बनाएंगे। अधीश जी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख राजेन्द्र सक्सेना ने कहा कि विश्व संवाद केन्द्रों की योजना, रचना तथा विकास की दिशा अधीश जी की कल्पना का ही परिणाम है। ल्ल प्रतिनिधि
अखण्ड भारत संकल्प दिवस पर गोष्ठी
14 अगस्त को हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय, शिमला के अन्तरराष्ट्रीय दूरवर्ती शिक्षा एवं अध्ययन केन्द्र में 'अभ्युदय अध्ययन मण्डल' द्वारा अखण्ड भारत संकल्प दिवस के अवसर पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसके अध्यक्ष नारकोटिक्स ब्यूरो, चण्डीगढ़ के श्री ओमप्रकाश शर्मा रहे। मुख्य वक्ता थे
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रान्त प्रचारक श्री संजीवन कुमार और विशिष्ट अतिथि थे भौतिकी के प्राध्यापक डॉ़ वीर सिंह रांगड़ा। गोष्ठी का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन से हुआ। उसके पश्चात् 'अभ्युदय अध्ययन मण्डल' शिमला के संयोजक श्री राजेन्द्र शर्मा ने वर्षभर के कार्यकलापों की जानकारी दी।
अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि किस प्रकार युवा पीढ़ी को नशे के दल-दल में फंसने से बचाया जा सकता है। श्री संजीवन कुमार ने विभाजन की विभीषिका और त्रासदी की तस्वीर प्रस्तुत करते हुए कहा कि किसी भी काम के लिए संकल्प दृढ़ हो तो वह पूरा होकर ही रहता है। संकल्प के बल पर पूर्वी और पश्चिमी जर्मनी के लोग 1947 में बनी बर्लिन की दीवार को गिराकर 1990 में एक हो गए।
इसी तरह हम भी दृढ़ संकल्प के बल पर अपनी खोई हुई मातृभूमि को पुन: प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर बड़ी संख्या में आम नागरिक भी उपस्थित थे। ल्ल प्रतिनिधि
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