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सामाजिक समरसता मंच द्वारा 26 अप्रैल को मुंबई के महालक्ष्मी रेसकोर्स में धर्मसभा आयोजत की गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह श्री भैयाजी जोशी ने कहा कि राष्ट्र की अखंडता तथा संप्रभुता कायम रखने के लिए समाज में समानता आवश्यक है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की दृष्टि से हम स्वतंत्र हैं, संविधान की दृष्टि से हम सब समान हैं, फिर भी हमारे समाज में असमानता का अनुभव होता है। समाज में सतत् बढ़ने वाली इस विषमता को कठोरतापूर्वक समाप्त करने की आवश्यकता है। अन्यथा विकास की हमारी कल्पना बेअसर साबित हो सकती है। हमारा धर्म, हमारे संस्कार, हमारी जीवन पद्धति, भगवान और तत्व ज्ञान एक ही हैं। फिर भी हमारे व्यवहार में इतना अंतर क्यों है? उन्होंने कहा कि आज एक ही ईश्वर को मानने वाले आपस में शत्रुता फैला रहे हैं। यह सब हमारे अज्ञान के कारण ही हो रहा है। समरसता के लिए व्यक्ति के दिल में परिवर्तन होना आवश्यक है। धर्मसभा में बौद्ध भंते राहुल जी बोधि, अनेक संत, सांसद महंत शंभु प्रसाद महाराज, सामाजिक समरसता मंच के केन्द्रीय संयोजक भिकुजी इदाते सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
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