|
हिमाचल प्रदेश के नेरी स्थित इतिहास शोध संस्थान में 15 फरवरी को ठाकुर राम सिंह जन्मशताब्दी समारोह का शुभारंभ हुआ। यह जन्मशताब्दी वर्षभर मनाई जाएगी। इसके तहत पंजाब, असम, सहित हिमाचल के सभी भागों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। उद्घाटन समारोह के मुख्य वक्ता थे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के केन्द्रीय कार्यकारिणी मण्डल के सदस्य श्री इन्दे्रश कुमार और मुख्य अतिथि थे हिमाचल विधानसभा में नेता विपक्ष श्री प्रेम कुमार धूमल।
इस अवसर पर श्री इन्द्रेश कुमार ने कहा कि जो कौम अपना इतिहास भूल जाती है, उसका भविष्य समाप्त हो जाता है। कुछ विदेशी शक्तियां लंबे समय से प्रयास कर रही हैं कि भारत की पहचान को बदल दिया जाए। उन्होंने कहा कि ठाकुर राम सिंह ऐसे वीरव्रती थे, जो भारतवर्ष के सही इतिहास को पुनस्स्थापित करना चाहते थे। यह देश का दुर्भाग्य है कि अभी जो इतिहास हमारे छात्रों को पढ़ाया जाता है, उसको विदेशी शासकों ने भारतवासियों में हीन भावना पैदा करने के लिए लिखा था। ठाकुर राम सिंह को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि इतिहास पुनर्लेखन को आगे बढ़ाया जाए।
श्री प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि इतिहास कई लोग लिखते हैं लेकिन ठाकुर राम सिंह जैसे लोग इतिहास बनाते हैं। उन्होंने एक इतिहास रचा है।
इस अवसर पर ठाकुर राम सिंह संग्रहालय का उद्घाटन भी हुआ। इसमें ठाकुर राम सिंह के जीवन से जुड़ी उनकी वस्तुओं को रखा गया है।
इतिहास शोध संस्थान नेरी व बाला साहब आपटे स्मारक समिति द्वारा श्रीधर विष्णु वाकणकर पुरस्कार भी प्रदान किया गया। यह पुरस्कार प्रो. गणेश दत्त शर्मा को प्रदान किया गया। बतौर पुरस्कार उन्हें प्रशस्ति पत्र और 51 हजार रुपए प्रदान किए गए। इस दौरान ठाकुर राम सिंह स्मृति विशेषांक का लोकार्पण भी हुआ। -प्रतिनिधि
नवगति, नवलय और नवछंद से भरे युवा
भारतीय विश्वविद्यालय संघ (ए़ आई़ यू़) के तत्वावधान, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित एवं देवी अहिल्या विश्वविद्यालय, इन्दौर के आतिथ्य में राष्ट्रीय युवा उत्सव 'प्रवाह-2015' का आयोजन 12 से 16 फरवरी तक इन्दौर में हुआ।
उत्सव में देशभर के 74 विश्वविद्यालयों के 987 प्रतिभागियों ने भाग लिया। संगीत, नृत्य, साहित्य सहित 24 विधाओं में प्रतियोगिताएं सम्पन्न हुईं। 12 फरवरी को मालवा की सुहानी शाम में युवा उत्सव का शुभारंभ हुआ। मुख्य अतिथि थे प्रदेश के नगरीय प्रशासन एवं पर्यावरण मंत्री कैलाश विजयवर्गीय। विशेष अतिथि भारतीय विश्वविद्यालय संघ के महासचिव प्रो़ फुरकान कमर एवं संयुक्त सचिव सैमसन डेविड थे। अहिल्या बाई विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो़ धीरेन्द्रपाल सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। सभी ने राष्ट्रीय युवा उत्सव में लघु भारत के दर्शन किए और उसे सराहकर अतिथियों ने अपने उद्बोधन में युवाओं की प्रतिभा और योग्यता को नमन किया। समापन समारोह में लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने युवाओं का मार्गदर्शन किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय युवा उत्सव प्रवाह है और यह निरन्तर चलता रहेगा। युवाओं ने विशिष्ट परम्परा दिखाई है। यहां आने से नई ऊर्जा प्राप्त हुई। विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास हो ऐसी शिक्षा होनी चाहिए। इस युवा उत्सव ने समानता और राष्ट्र की अखण्डता का संदेश दिया साथ ही युवा प्रतिभा, बौद्धिकता और सृजनात्मकता का सुन्दर समन्वय देखने को मिला। उत्सव से युवाओं को नवगति, नवलय, नवछंद से नवसृजन कर नव आनन्द की प्राप्ति भी हुई। ल्ल प्रतिनिधि
'शक्ति' में परिवार-एकत्रीकरण
गत 15 फरवरी को चेन्नै स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मुख्यालय 'शक्ति' में 528 परिवारों के बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों का एकत्रीकरण हुआ। कुल उपस्थिति थी 1225। सबने मिलकर दोपहर का भोजन किया। इसके बाद इन सभी से संघ के अधिकारियों से बातचीत हुई। लोगों ने सामाजिक, राष्ट्रीय आदि विषयों पर प्रश्न भी पूछे और अधिकारियों ने उनके उत्तर भी दिए। लोगों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और उसके अन्य संगठनों के बारे में खुलकर बात की। लोगों को परम्रागत चिकित्सकीय पद्धति और आयुर्वेद अपनाने के लिए भी प्रेरित किया गया। इस आयोजन से लोग बड़े प्रभावित हुए। इस अवसर पर क्षेत्रीय प्रचारक श्री सतनुमालयन, क्षेत्रीय प्रचारक प्रमुख श्री गोविन्द, प्रान्त संघचालक श्री एम.एल. राजा आदि उपस्थित थे। -प्रतिनिधि
संगम की धरती पर छात्रों की हुंकार
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) के काशी प्रांत के छात्रांे का समागम संगम (प्रयाग) की धरती पर 12 फरवरी को सम्पन्न हुआ । इसमें काशी प्रांत के अन्तर्गत आने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (वाराणसी), काशी विद्यापीठ (वाराणसी) एवं बीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय, जौनपुर तथा उनसे जुड़े महाविद्यालयों से आए छात्रांे ने अपने-अपने परिसर की शैक्षणिक एवं गैर-शैक्षणिक समस्याओं पर चर्चा की। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों ने विश्वविद्यालय में कुलपति की नियुक्ति न होना सबसे बड़ी समस्या बताया। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय में शोध छात्रों के बैठने की समुचित व्यवस्था नहीं है, शोधार्थियांे की छात्रवृत्ति से पांच हजार रुपए काटे जाते हैं। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के छात्रों ने बताया कि उनके यहां वाणिज्य संकाय नियमित नहीं है, उपाधि भी समय पर नहीं दी जाती है। समागम में आए इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र संघ अघ्यक्ष डॉ़ लक्ष्मीशंकर ओझा ने कहा कि अभाविप ने छात्र संवाद के माध्यम से शैक्षणिक संस्थाआंे में व्याप्त अराजकता, असुरक्षा, कुप्रबंधन, ढांचागत अभाव, सांस्कृतिक, नैतिक पतन, छात्रावास की कमी, मनमानी शुल्क वृद्धि, शिक्षकों की कमी जैसी समस्याआंे को मंच पर लाने का जो प्रयास किया है वह सराहनीय है। -प्रतिनिधि
टिप्पणियाँ