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नागपुर में 8 जून को छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक दिवस पर एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसकी अध्यक्षता की केन्द्रीय भूतल परिवहन एवं जहाजरानी मंत्री श्री नीतिन गडकरी ने। मुख्य वक्ता थे आध्यात्मिक गुरु श्री लाहिरी गुरुजी। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत एक महान राष्ट्र तभी बन सकता है जब हम अपने सांस्कृतिक मूल्यों का अनुसरण करेंगे। अपने अहम् से ऊपर उठकर राष्ट्रधर्म और संस्कृति साधना को अपने जीवन का मूल उद्देश्य बनाएंगे। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम, भगवान बुद्घ और छत्रपति शिवाजी महाराज की तरह अपने जीवन में आध्यात्मिक तत्वों को धारण कर नि:स्वार्थ, निर्भीक, निरहंकार रूप से हिन्दू तत्वसाधना करें। प्रभु श्रीराम और भगवान बुद्घ दोनों का जन्म राजघराने में हुआ, लेकिन उन दोनों ने अपना पूरा जीवन समाज उत्थान के लिए, विशेषकर वंचित समाज के उत्थान के लिए समर्पित किया। छत्रपति शिवाजी महाराज ने भी इन्हीं हिन्दू आध्यात्मिक मूल्यों को धारण कर इस धरा पर राम राज्य पुन:स्थापित करने का प्रण लिया। अपने जीवन के अंत तक वे इस दिशा में सतत संघर्षशील रहे। श्री नीतिन गडकरी ने कहा कि केन्द्र सरकार प्राचीन आध्यात्मिक ज्ञान एवं आधुनिक वैज्ञानिक और तकनीकी ज्ञान को प्रयोग में लेकर एक सशक्त राष्ट्र बनाएगी। इस अवसर पर केन्द्रीय राज्यमंत्री जनरल वी. के़ सिंह, नागपुर के महापौर प्रोफेसर अनिल सोले एवं श्रीमती कल्पना सरोज सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे। ल्ल प्रतिनिधि
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