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अंक संदर्भ : 25 मई, 2014
आवरण कथा 'संकल्प पूरा,सफर शुरू' भारत के लोकतन्त्र के इतिहास में पहली बार देश की जनता ने भाजपा को पूर्ण बहुमत देकर एक इतिहास रचा है। यह विजय देश के उन करोड़ों-करोड़ लोगों की विजय है, जिन्होंने सिर्फ राष्ट्रहित को सर्वोपरि माना। कांग्रेस ने दस साल के शासन में देश को पता नहीं कितने घाव दिये,जिनका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है, लेकिन इस चुनाव में जनता ने साबित कर दिया कि हमारे लिए सभी चीजों से ऊपर हमारा देश है और जो देश लूटने और बेचने का काम करेगा उसका जनता यही ह्श्र करेगी।
-योगेन्द्र पाल सिंह
मुरादाबाद (उ.प्र.)
० इस बार का चुनाव अनेक दृष्टि से विलक्षण चुनाव था। भारत के प्राय: सभी राजनैतिक दलों के साथ-साथ पूरी दुनिया इस चुनाव परिणाम को देखकर भौंचक्की रह गई। भारतीय लोकतंत्र को वंशवाद, जातिवाद, व्यक्तिवाद एवं तुष्टीकरण की राजनीति ने खोखला कर दिया था, लेकिन जनता ने इस चुनाव मेंे सभी चीजों से ऊपर उठकर मतदान किया,जिसका परिणाम यह हुआ की तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले नेता परिणाम देखकर मूर्च्छा में चले गए।
-परमानन्द रेड्डी
रायपुर(छ.ग.)
० लोकसभा चुनाव में भाजपा की ऐतिहासिक विजय पर समस्त देशवासियों को बधाई। देश की जनता ने इस चुनाव में एक ऐसे मिथक को तोड़ा, जो प्रत्येक चुनाव में पार्टियों के लिए राजनीति की रोटी संेकने का जरिया बनता था। सभी पार्टियां अब तक यही सोचती आयी हैं कि मुसलमानों के वोट के बिना कोई भी पार्टी सत्ता पर काबिज नहीं हो सकती, लेकिन इस चुनाव में हिन्दू समाज ने एकजुटता दिखाते हुए इस बात को आईना दिखाया है और बताया है कि अब तुष्टीकरण की राजनीति चलने वाली नहीं है। भविष्य में भी देश के हिन्दुओं को ऐसे ही राष्ट्र रक्षा के लिए आगे आना होगा और तुष्टीकरण की राजनीति करने वालों को धूल चटानी होगी।
-अनुराग कोरी
दमोह नाका, जबलपुर(म.प्र.)
० लोकतन्त्र की चेतना का जन संकल्प अपार समर्थन से श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पूर्ण सफल हुआ। इस चुनाव में तुष्टीकरण की राजनीति करने वाले नेता एवं राजनैतिक दल औंधे मुंह गिरे। सेकुलरवाद के नाम पर स्वार्थी, लालची साम्प्रदायिक गठजोड़ के तमाम मंसूबे ध्वस्त हो गए। श्री मोदी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह और मंत्रिमंडल गठन से अपने सफर के शानदार सफरनामे का परिचय दे दिया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि अब तुष्टीकरण की राजनीति नहीं बल्कि विकास और राष्ट्रहित की राजनीति चलेगी।
-हरिओम जोशी
चतुर्वेदी नगर, भिण्ड (म.प्र.)
० जनता के अभूतपूर्व जनसमर्थन के कारण भाजपा को ऐतिहासिक विजय प्राप्त हुई है। इस चुनाव में प्रमुख बात यह रही कि देश की जनता ने सभी 'वादों' और लालच से ऊपर उठकर मतदान किया, जिसका परिणाम राष्ट्रवादियों को विजय प्राप्त हुई। सम्पूर्ण देश सिर्फ यही चाहता है कि, जो हिन्दुओं के मुद्दे हैं, उन्हें तत्तकालिक निस्तारित किया जाए।
-सुरेश चन्द्र यादव
भारत भवन, भोपाल(म.प्र.)
० जनता ने श्री नरेन्द्र मोदी को अभूतपूर्व समर्थन देकर यह बताया है कि जनता सिर्फ राष्ट्र रक्षा और हिन्दू हित चाहती है। वषोंर् से देश के कई स्थानों पर हिन्दुओं के साथ अत्याचार हो रहे हैं, लेकिन वहां की सरकारें इस मामले पर मौन हैं। नई सरकार से आशा है कि वह इस प्रकार के कृत्यों पर तत्काल लगाम लगायेगी क्योंकि हिन्दू अस्मिता ही इस देश का गौरव है और उसके मजबूत होने से ही देश मजबूत होगा।
-दयाशंकर अवस्थी
शहादतगंज, लखनऊ (उ.प्र.)
ऐतिहासिक निर्णय
भाजपा की ऐतिहासिक विजय किसी स्वप्न से कम नहीं है। देश की जनता इस समय की कब से आस लगाये हुए थी। श्री नरेन्द्र मोदी का पहला ही निर्णय अतिसराहनीय रहा। अपने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क देशों को आमंत्रित करके उन्होंने जो मित्रता का कदम बढ़ाया है, उसकी पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है। मोदी का यह निर्णय बताता है कि वह ऐशिया के देशों को साथ लेकर चलने वाले हैं। कांग्रेस को यह निर्णय इसलिए नहीं भाया, क्योंकि उसने तो सदैव देश को लूटने वाले लोगों को अपना मित्र बनाया है।
-शंकरलाल अग्निहोत्री, इलाहाबाद(उ.प्र.)
अश्लीलता पर लगे रोक
आज जहां भी देखो अश्लीलता को ही परोसा जा रहा है। प्रमुख रूप से टी.वी में आने वाले नाटक एवं फिल्म इसका केन्द्र हैं, जहां बेरोक-टोक अश्लीलता को परोसने का कार्य हो रहा है। फिल्मों में खुलेआम उत्तेजक दृश्यों को डाला जा रहा है ताकि जनता इसकी ओर आकर्षित हो और उसको देखे। यह बड़ी चिन्ता का विषय है,क्योंकि इसका कुप्रभाव बच्चों एवं युवाओं पर पड़ रहा है। वह अपने पथ से भटक रहे हैं। सेंसर बोर्ड को चाहिए कि वह आने वाली प्रत्येक फिल्म से आपत्तिजनक चीजों को हटाए, क्योंकि यह हमारे समाज के लिए हानिकारक हैं।
-ओमप्रकाश अग्रवाल
कविता कालोनी, नांगलोई (नई दिल्ली)
हिन्दी पर हो जोर
भारत में सभी स्थानों पर हिन्दी भाषा में शिक्षा दी जानी चाहिए। करोड़ों लोगों की भाषा होने के बाद भी इस भाषा को वह स्थान नहीं मिल पाया,जो उसको मिलना चाहिए था। इस भाषा को अंग्रेजी मानसिकता के लोगों ने नष्ट करने की पूरी कोशिश की, लेकिन उनकी मंशा पूरी न हो सकी। आज समय है कि जब हम हिन्दी को उसका खोया हुआ सम्मान व गौरव पुन: वापस दिला सकते हैं।
-पंकज शुक्ला, खदरा, लखनऊ (उ.प्र.)
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अब तो शर्म करो!
स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद स्वराज तो आया परन्तु देश की जनता सुशासन के लिए तरसती रही। अपने को देशभक्त कहने वाले नेता स्वार्थ पूर्ति के लिए देश को लूटने का काम करते रहे। इस दौरान देश की जनता कुंठित और विवशता के चलते छटपटाती रही। हद तो तब हो गई जब स्वार्थ और ख्याति की भूख से लबरेज नेहरू के खोखले आदर्शवाद ने देश को गर्त में पहुंचा दिया और आने वाले अधिकतर नेता भी उसी परिपाटी पर लाठी पीटते रहे, लेकिन इस चुनाव में नरेन्द्र मोदी ने वंशवाद, व्यक्तिवाद व जातिवाद की राजनीति को खत्म करके देश को विकास की राजनीति का पाठ पढ़़ाया है। इसी कारण जनता को मूर्ख समझने वाले क्षत्रपों को मुंह की खानी पड़ी।
-राम प्रसाद, किशनगढ़(राज.)
उत्तराखंड का भी हो प्रतिनिधित्व
लोकसभा चुनाव में उत्तराख्ंाड ने ऐतिहासिक प्रदर्शन कर सभी सीटों को भाजपा की झोली मंे डाला है। जनता ने इस चुनाव मेंे भाजपा में पूरी आस्था व्यक्त की है। इसलिए प्रदेश के लोगों की देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मांग है कि वह अपने मंत्रिमंडल में उत्तराखंड को भी स्थान दें। क्योंकि उत्तराख्ंाड का भी इस चुनाव में अहम योगदान रहा है।
-विद्यार्थी भैया, काशीपुर (उत्तराखंड)
गोहत्या बंद हो!
देश में सुबह होते ही पता नहीं कितनी गोमाताओं की निर्मम हत्या कर दी जाती है। गोतस्करी का इस कदर बड़ गई है कि गायों को ट्रकों,दूध के टैंकरों में निर्ममता के साथ भरकर बूचड़खानों में काटा जा रहा है। लेकिन कैसा हिन्दू समाज है कि इस मामले पर भी मौन है? हमारे सामने ही हमारी माता को काटा जा रहा है और हम शान्त हैं? देश के लोगों को जागना होगा और जहां कहीं भी इस प्रकार का कार्य हो रहा है, उसका विरोध करना होगा। साथ ही केन्द्र सरकार से भी मांग है कि जल्द ही गोहत्या पर कड़ा कानून बने और तत्काल प्रभाव से गोहत्या बंद हो।
हरिओम त्रिपाठी,मीरानपुर कटरा,जिला-शाहजहांपुर(उ.प्र.)
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