दिशा बोध:छायांकन में गुर हैं बहुत
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

दिशा बोध:छायांकन में गुर हैं बहुत

by
May 31, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 31 May 2014 15:35:18

फिल्मों को शूट करते समय फोटोग्राफर कई कोणों का इस्तेमाल करता है। बाद में कैमरे द्वारा खींचे गए चलचित्रों को एक व्यवस्थित क्रम में सजाया जाता है। यह प्रक्रिया कोई सामान्य प्रक्रिया नहीं होती, बल्कि किसी विशेषज्ञ द्वारा ही अंजाम दी जाती है। इन विशेषज्ञों को सिनेमैटोग्राफर तथा इस पूरी प्रक्रिया को सिनेमैटोग्राफी कहा जाता है। सिनेमैटोग्राफी को एक तरह से विजुअल कंपोजर भी कहा जा सकता है। क्योंकि इसमें कई तरह से लिए गए विजुअल्स को एक क्रम दिया जाता है। जो आगे चलकर एक कहानी का रूप धारण कर लेती हैं। सिनेमैटोग्राफी ग्रीक भाषा का शब्द है, जिसे सिनेमाई भाषा में लिखना समझा जाता है। अर्थात गतिशील चित्रों को देखकर कोई कहानी लिखना। सिनेमैटोग्राफर, फिल्म निर्माण करने वाले दल का निर्देशक के बाद सबसे महत्वपूर्ण सदस्य होता है। आमतौर पर सिनेमैटोग्राफर को डीपी या डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी भी कहा जाता है, क्योंकि वह गतिशील फोटोग्राफी को एक संवेदनशील कथानक का रूप देने में माहिर होता है। लेकिन कोई सिनेमैटोग्राफर जितना कल्पनाशील होता है, उससे कहीं ज्यादा वह मोशन कैमरे की तकनीक का माहिर भी होता है। उसमें शानदार लाइटिंग सेन्स होती है। किस दृश्य पर कितनी और कहां लाइट पड़नी चाहिए। किस लेंस से फोटोग्राफी अच्छी हो सकेगी आदि यह सभी तय करना सिनेमैटोग्राफर का ही काम होता है। उसी के मातहत दूसरे फोटोग्राफर भी काम करते हैं।
आवश्यक शैक्षिक योग्यता
सिनेमैटोग्राफर बनने के लिए विभिन्न संस्थानों में प्रवेश हेतु शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास होना आवश्यक है। जहां तक इस क्षेत्र में अवसरों का सवाल है तो इस करियर में अपार संभावनाएं हैं। देश में बढ़ता मनोरंजन उद्योग सिनेमैटोग्राफरों के लिए अवसरों की बरसात लेकर आया है। देश में हर साल 1200-1500 तक फीचर फिल्में बनती हैं। इससे कहीं ज्यादा टेलीफिल्में, डाक्यूमेंट्री, कमर्शियल फिल्में और विभिन्न किस्म की दूसरी फिल्में और टीवी प्रोग्राम बनते हैं। इन सभी जगहों में सिनेमैटोग्राफरों की आवश्यकता होती है। सैकड़ों की तादाद में शुरू हुए टीवी चैनलों मंे भी सिनेमैटोग्राफरों की डिमांड है। आज देश में ऐसे सैकड़ों स्टूडियो हैं जहां दिन-रात काम होता है। आने वाले कुछ वषार्ें में 400-700 नए फिल्म स्टूडियो अभी आने हैं जिसके चलते सिनेमैटोग्राफरों की मांग होगी।

इसे भी पढ़े: ग्लैमर और चकाचौंध की दुनिया

मिलने वाला वेतन
जहां तक सिनेमैटोग्राफरों की आय की बात है तो किसी सिनेमैटोग्राफर की औसतन आय 15-20 हजार रुपए प्रतिमाह होती है। कुछ महीनों तक काम करने के बाद कोई भी सिनेमैटोग्राफर बहुआयामी सिनेमैटोग्राफर में दक्ष हो जाता है। लेकिन अगर सीधे-साधे व्यावहारिक स्तर पर सीखने की यह सुविधा उपलब्ध न हो तो किसी स्कूल या प्रशिक्षण संस्थान से जुड़कर सिनेमैटोग्राफी का प्रशिक्षण लिया जा सकता है।
करियर के रूप में सिनेमैटोग्राफी
सिनेमैटोग्राफी को अगर करियर के रूप में बनाना चाहते हैं तो कुछ सिनेमैटोग्राफरों से व्यावहारिक रूप से मिलना जरूरी है। वे आपको इस काम के बारे में अधिक जानकारी दे सकते हैं फिल्म प्रशिक्षण संस्थान, कॉलेज फिल्म क्लब, फोटोग्राफी क्लब और फिल्म समारोह आदि कई ऐसे स्थान हैं जहां इनसे मिलना संभव हो पाता है। वे तमाम लोग जो सिनेमैटोग्राफी को करियर के रूप में आजमाना चाहते हैं तो उन्हें फोटोग्राफी में रुचि, तस्वीरों का विजुअल लैंडस्केप का ज्ञान, प्रकृति से प्रेम आदि में माहिर होना चाहिए।
प्रशिक्षण संबंधी जानकारी
फिल्म प्रशिक्षण संस्थान किसी सिनेमैटोग्राफर को तकनीकी प्रशिक्षण देते हैं, लेकिन चित्रों की कल्पना करना, चित्रों को मिलाकर विजुअल लैंडस्केप की रचना करने और उस लैंडस्केप से निकलने वाले संदेश या अर्थ को महसूस करना आदि शामिल है। ल्ल

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

RSS का शताब्दी वर्ष : संघ विकास यात्रा में 5 जनसंपर्क अभियानों की गाथा

Donald Trump

Tariff war: अमेरिका पर ही भारी पड़ सकता है टैरिफ युद्ध

कपिल शर्मा को आतंकी पन्नू की धमकी, कहा- ‘अपना पैसा वापस ले जाओ’

देश और समाज के खिलाफ गहरी साजिश है कन्वर्जन : सीएम योगी

जिन्होंने बसाया उन्हीं के लिए नासूर बने अप्रवासी मुस्लिम : अमेरिका में समलैंगिक काउंसिल वुमन का छलका दर्द

कार्यक्रम में अतिथियों के साथ कहानीकार

‘पारिवारिक संगठन एवं विघटन के परिणाम का दर्शन करवाने वाला ग्रंथ है महाभारत’

नहीं हुआ कोई बलात्कार : IIM जोका पीड़िता के पिता ने किया रेप के आरोपों से इनकार, कहा- ‘बेटी ठीक, वह आराम कर रही है’

जगदीश टाइटलर (फाइल फोटो)

1984 दंगे : टाइटलर के खिलाफ गवाही दर्ज, गवाह ने कहा- ‘उसके उकसावे पर भीड़ ने गुरुद्वारा जलाया, 3 सिखों को मार डाला’

नेशनल हेराल्ड घोटाले में शिकंजा कस रहा सोनिया-राहुल पर

‘कांग्रेस ने दानदाताओं से की धोखाधड़ी’ : नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी का बड़ा खुलासा

700 साल पहले इब्न बतूता को मिला मुस्लिम जोगी

700 साल पहले ‘मंदिर’ में पहचान छिपाकर रहने वाला ‘मुस्लिम जोगी’ और इब्न बतूता

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies