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गो तस्करों ने सहारनपुर के सरसावा को बनाया केन्द्र
उत्तर प्रदेश में जब से समाजवादी पार्टी की सरकार बनी है तब से गो तस्करों के हौसले बढ़े हुए हैं। अप्रत्यक्ष व प्रत्यक्ष रूप से सपा नेताओं के संरक्षण के चलते गो तस्कर रोजाना नए तरीकों से गो तस्करी को अंजाम दे रहे हैं। सब जानकर अनजान बना प्रशासन गो हत्या को रोकने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रहा है।
गो भक्तों व हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं की जागरूकता के चलते सरसावा के सहारनपुर में गो तस्करों के ऐसे ही नए तरीके का पर्दाफाश हुआ। गत दिनों किसी अज्ञात व्यक्ति ने शाहजहां पुलिस चौकी को सूचना दी थी कि एक ट्रक में गायों को काटने के लिए ले जाया जा रहा है। पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए ट्रक का पीछा कर उसको रोक लिया, लेकिन जैसे ही स्थानीय पुलिस ने उस ट्रक की तलाशी ली तो सभी लोग देखकर दंग रह गए कि गो तस्करों ने आलू की बोरियों के नीचे गायों को बांधा हुआ था। गो तस्करों ने कू्ररता की सभी हदें पार करते हुए गोवंश को बुरी तरह से रस्सियों से बांध रखा था और उनके ऊपर लकड़ी के फट्टे डालकर आलू की बोरियों को लादा गया था। इस बात की सूचना जैसे ही गो भक्तों को मिली तो भारी संख्या में विभिन्न हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। गो भक्तों ने तत्काल ट्रक से गायों को बाहर निकाला। लेकिन तब तक दम घुटने से 15 गायों और बछड़े में से पांच गायों की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने मौके से ट्रक चालक सहित दो तस्कर मुजक्किर व मोहित को गिरफ्तार किया है, लेकिन मौके से मुख्य आरोपी फरार हो गया। हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ताओं ने आए दिन होती गो तस्करी की घटनाओं पर प्रशासन को घेरते हुए आरोप लगाया कि पुलिस व स्थानीय सपा नेताओं के गठजोड़ के चलते जिले में भारी संख्या में गो तस्करी होती है और प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। वैसे तो उत्तर प्रदेश का सहारनुपर जिला काफी वर्षों से गो तस्करों का अड्डा बना हुआ है। जिले में गोमांस का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। उत्तराखंड और हरियाणा की सीमा को जोड़ने वाला यह जिला गो तस्करों को राज्यों की सीमा पार कराने का प्रमुख केन्द्र है।
-प्रतिनिधि
रोजाना बदलते तस्करी के तरीके |
सड़क या पैदल मार्ग से गायों की तस्करी करते समय गो तस्करों को पकड़े जाने का ज्यादा डर बना रहता है। इसलिए उन्होंने इन खतरों को भांपते हुए नए तरीकों को अपना लिया है। हाल ही में पाञ्चजन्य में छपी रपट के अनुसार गत 20 अप्रैल को सिकंदराबाद से हावड़ा जा रही ईस्ट-कोस्ट एक्सप्रेस रेल के पार्सल यान से भी 27 गायों को मुक्त कराया गया था। |
ट्रक के नंबर निकले फर्जी |
सहारनपुर पुलिस ने जिस ट्रक को पकड़ा था उस ट्रक में लगी नंबर प्लेट पर अंकित नंबर फर्जी निकले। यह घटनाक्रम बताता है कि गो तस्कर इस प्रकार से फर्जी नंबर लगाकर वाहनों के माध्यम से गायों की तस्करी करके गो हत्या को अंजाम दे रहे हैं। |
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