कहानी पाञ्चजन्य की
July 13, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

कहानी पाञ्चजन्य की

by
Mar 25, 2014, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 25 Mar 2014 15:47:52

-आलोक गोस्वामी-

1948 का वह दिन आज भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहा होगा जब पत्रकारिता जगत में छाए कुहासे और हिन्दू समाज से जुड़े विषयों पर अस्पृश्यता की हद तक जाने की मानसिकता को चीर कर पाञ्चजन्य का प्रकाशन शुरू किया गया था। निष्पक्षता और बेबाक सटीकता से सरकार को सावधान करने की जो परंपरा तब कश्मीर मुद्दे के साथ शुरू हुई थी उसका पैनापन आज भी जस का तस है। बिना लाग लपेट बात को खरे अंदाज में रखना और राष्ट्रहित से किसी भी तरह समझौता न करना पाञ्चजन्य की प्रामाणिकता की कसौटी रहा है। सतत प्रवाहित इस धारा में दो मौके ऐसे आए जब सत्ता ने दुर्भावनाग्रस्त होकर इसके रास्ते में बाधाएं खड़ी कीं और कुछ समय के लिए इसका प्रवाह बाधित कर दिया। पहले 1948 में गांधी जी की हत्या के बाद प्रतिबंध लगा तो बाद में 1975 से 77 तक आपातकाल के दौरान पाञ्चजन्य का छपना बंद हुआ। कांग्रेसी सत्ता की त्योरियां चढ़ी रहीं। लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी के संपादकत्व में पं. दीनदयाल उपाध्याय द्वारा रोपा गया ये बिरवा लगातार बढ़ता और सराहा जाता रहा, संसद से सड़क तक देश से जुड़े और सरकारी तंत्र द्वारा जानबूझकर अनदेखे किए गए मुद्दों को मुखर करता रहा। 1953 में प्रयाग में तत्कालीन सरसंघचालक श्री गुरुजी द्वारा हिन्दू समाज का विशद् मार्गदर्शन किया गया उसे पाञ्चजन्य ने ही घर घर पहंुचाया था। शेख अब्दुल्ला के कश्मीर को हड़पने के मंसूबों का पर्दाफाश किया था, दीनदयाल जी की अखण्ड भारत की संकल्पना को देश-विदेश में प्रसारित किया था।
देश रक्षा की तैयारियों में परमाणु विस्फोट को सराहा तो 6 दिसम्बर को अयोध्या में बाबरी ढांचे के ढहने पर देशव्यापी जनांदोलन और हिन्दू जागरण पर विशेष अंक प्रकाशित किए। बंगलादेश मुक्ति संग्राम हो या कश्मीर में जिहाद की ललकार, पूर्वोत्तर में चर्च प्रेरित अलगाव की बयार हो या विद्रोहियों के धमाके, भारतीय सिनेमा के 100 साल पूरे होने का अवसर हो या जम्मू में कश्मीरी पण्डितों के शरणार्थी शिविरों में बदहाली का आलम, पाञ्चजन्य ने हर ऐसे विषय पर शोधपरक सामग्री प्रकाशित की है जिससे दूसरे सेकुलर अखबार कन्नी काटने में ही अपना बाजार सलामत मानते हैं। दक्षिण में कम्युनिस्ट हिंसा में संघ कार्यकर्ताओं की हत्या हो या गुजरात में सूखे से हाहाकार, भारत में चीनी बाजार की घुसपैठ हो या विदेशी कंपनियों का भारत के लघु और कुटीर उद्योगों को लीलना, सरकार की आम आदमी-मजदूर विरोधी मानसिकता पर पाञ्चजन्य ने बराबर खबरदार किया है।
केन्द्र में पहली बार भाजपानीत सरकार बनने पर 26 मई 1996 को पाञ्चजन्य ने चुनौती स्वीकार शीर्षक से राजग सरकार के सामने जनता के मनोभाव रखते हुए वाजपेयी सरकार के प्रति शुभकामनाएं व्यक्त की थीं। 24 मई 1998 के अंक में वाजपेयी सरकार की बड़ी उपलब्धि पोकरण विस्फोट पर जागा फिर स्वाभिमान शीर्षक से भारत के दमखम से दुनिया को परिचित कराया था। गोवध बंदी, ईसाई-मुस्लिम मतान्तरण, मंदिरों पर सरकारी शिकंजा, अवैध मस्जिदों और मदरसों का निर्माण, शिक्षा का सेकुलरीकरण, व्यापारीकरण, भ्रष्टाचार, काला धन और स्वदेशी अर्थव्यवस्था जैसे विषय पाञ्चजन्य में बराबर स्थान पाते हैं और इन विषयों पर जनता में एक अभिमत तैयार करते हैं। यही वजह है कि पाञ्चजन्य को किसी दल विशेष से नहीं, अपितु लगभग सभी राजनीतिक दलों से एक सा सम्मान प्राप्त होता रहा है। हर विचारधारा के नेताओं के विचारों को पर्याप्त स्थान देने और उनकी बात को जस का तस छापने के कारण पाञ्चजन्य के प्रति असंदिग्ध विश्वास है। यह विश्वास जिस भाव धारा के कारण है उसका सतत अवगाहन करने क ी प्रतिबद्धता के साथ पाञ्चजन्य आगे बढ़
रहा है।

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

PM Kisan Yojana

PM Kisan Yojana: इस दिन आपके खाते में आएगी 20वीं किस्त

FBI Anti Khalistan operation

कैलिफोर्निया में खालिस्तानी नेटवर्क पर FBI की कार्रवाई, NIA का वांछित आतंकी पकड़ा गया

Bihar Voter Verification EC Voter list

Bihar Voter Verification: EC का खुलासा, वोटर लिस्ट में बांग्लादेश, म्यांमार और नेपाल के घुसपैठिए

प्रसार भारती और HAI के बीच समझौता, अब DD Sports और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर दिखेगा हैंडबॉल

माता वैष्णो देवी में सुरक्षा सेंध: बिना वैध दस्तावेजों के बांग्लादेशी नागरिक गिरफ्तार

Britain NHS Job fund

ब्रिटेन में स्वास्थ्य सेवाओं का संकट: एनएचएस पर क्यों मचा है बवाल?

कारगिल विजय यात्रा: पूर्व सैनिकों को श्रद्धांजलि और बदलते कश्मीर की तस्वीर

four appointed for Rajyasabha

उज्ज्वल निकम, हर्षवर्धन श्रृंगला समेत चार हस्तियां राज्यसभा के लिए मनोनीत

Kerala BJP

केरल में भाजपा की दोस्तरीय रणनीति

Sawan 2025: भगवान शिव जी का आशीर्वाद पाने के लिए शिवलिंग पर जरूर चढ़ाएं ये 7 चीजें

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies