|
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कोटा एवं बूंदी जिलों के स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण गत 19 जनवरी को महाराजा उम्मेदसिंह स्टेडियम, कोटा में हुआ। कार्यक्रम में पूर्ण गणवेश में हजारांे की संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत, क्षेत्रीय संघचालक श्री पुरुषोत्तम परांजपे, प्रांत संघचालक श्री भगवती प्रसाद एवं विभाग संघचालक श्री प्रभाष चन्द्र तैलंग उपस्थित थे। इस अवसर पर स्वयंसेवकों ने सर्वयोग, सूर्य नमस्कार सहित अनेक व्यायाम प्रदर्शित किए। स्वयंसेवकों ने घोष की धुन पर शारीरिक प्रदर्शन किया। इसके बाद स्वयंसेवकों ने सुभाषितम एवं स्वामी विवेकानन्द के अमृत वचन ह्यअपना सारा ध्यान एक ही ईश्वर पर लगाओ, हमारा देश ही हमारा जागृत देवता हैह्ण गीत गाया।
इस अवसर पर सरसंघचालक श्री भागवत ने कहा कि संघ में स्वयंसेवक सिर्फ बौद्धिक सुनने नहीं आते बल्कि व्यक्ति निर्माण और राष्ट्र निर्माण करने के उद्देश्य से आते हैं। हमारा उद्देश्य स्वयं का आत्मचिंतन करते हुये संघ कार्य को आगे बढ़ाना होना चाहिए। राष्ट्र हित के जिस काम के लिए हम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं वही हमारा ध्येय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुछ करने की आवश्यकता जगने पर ही अच्छे विचार मन में आते हैं। यह गौरव की बात है कि हम हिन्दू राष्ट्र के अंग हैं। विपरीत से विपरीत परिस्थितियांे में ही हमें अपना कार्य सजगता से करना है। वर्तमान में हमारे देश में कुछ बुरी प्रवृत्तियां आ गई हैं, लेकिन राष्ट्र निर्माण के हमारे उद्देश्य के सामने वे टिक नहीं पाएंगी। सरसंघचालक ने कहा कि पहले हम स्वयं को राष्ट्र की सेवा के लिये तैयार करें, फिर दूसरे को कहें। अपने राष्ट्र का भाग्योदय करना ही हमारा दायित्व होना चाहिए। भारत को संवारना है तो हिन्दू समाज को आगे बढ़ाना ही होगा। स्वार्थ भावना को छोड़कर हिन्दू यदि भारत के बारे में विचार करेगा तभी हमारा देश विश्व में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करेगा। प्रतिनिधि
राष्ट्रीय साहित्य पुस्तक एवं स्वदेशी मेला संपन्न
कटनी (म.प्र.) स्थित विश्व संवाद केन्द्र न्यास, महाकौशल प्रांत के तत्वावधान में चतुर्थ राष्ट्रीय साहित्य पुस्तक एवं स्वदेशी मेले का आयोजन किया गया। गत 9 जनवरी को यहां के साधुराम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में हुए कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ए. के. एस. विश्वविद्यालय, सतना के कुलपति बी. पी. सोनी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कटनी के जिलाधिकारी अशोक सिंह ने की, जबकि मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख श्री नरेन्द्र जैन थे। कार्यक्रम के दूसरे दिन अंतरराष्ट्रीय कलाकार बाबा सत्यनारायण मौर्य ने देशभक्ति कार्यक्रम और भारत माता की आरती प्रस्तुत की। मेले के तीसरे दिन पुस्तक मेला परिसर में चैम्पियन स्कूल, कटनी द्वारा वेशभूषा प्रतियोगिता आयोजित की गई, जिसमें 70 छात्रों ने भाग लिया। इस मौके पर विद्यालय के छात्रों ने सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मेले के अंतिम दिन रंगोली प्रतियोगिता की गई।
मेले में पुस्तकों के 23 स्टॉल लगाए गए थे। इसके अलावा मेले में संकल्प महाशिविर, जबलपुर, स्वामी विवेकानंद की 150 वीं जयंती और हिन्दुत्व व अन्य सामाजिक विषयों पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई। इस दौरान 30 हजार लोगों ने पुस्तकों और स्वदेशी वस्तुओं की खरीददारी की। राष्ट्रीय साहित्य पुस्तक एवं स्वदेशी मेले में साहित्य एवं स्वदेशी वस्तुओं की लाखों रुपए की बिक्री हुई। मेले में जबलपुर से आए अजय सेठ का दुर्लभ सिक्कों और नोटों के संग्रह का स्टॉल विशेष तौर पर आकर्षण का केन्द्र रहा। 12 जनवरी को कार्यक्रम के समापन अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र न्यास, महाकौशल प्रांत के श्री प्रशांत पोल मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे। प्रतिनिधि
टिप्पणियाँ