नागपुर संघ मुख्यालय में दलाई लामा
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गत सप्ताह नोबुल पुरस्कार से सम्मानित परम पावन दलाई लामा नागपुर स्थित संघ मुख्यालय में हेडगेवार भवन में गए। उन्होंने वहां संघ के प्रथम सरसंचालक डॉ. केशवराम बलिराम हेडगेवार के समाधि स्थल और री गुरुजी स्मृति स्थल के दर्शन कर पुष्पाजंलि अर्पित की। हालांकि इस अवसर पर सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत वहां उपस्थित नहीं थे, लेकिन जब उन्हें दलाई र्लामा के वहां आने की सूचना मिली तो उन्होंने टेलीफोन पर स्वयंसेवकों की तरफ से उनका अभिवादन किया। श्री भागवत ने अपने संदेश में कहा ह्य भारत और तिब्बत के बीच अध्यात्मिक संबंध हैं, मानव कल्याण के लिए दोनों प्रयत्नशील हैं। ह्ण उन्होंने दलाई लामा को भरोसा दिलाया कि तिब्बत के लिए उनके संघर्ष में संघ हमेशा उनके साथ है।
दलाई लामा ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने तिब्बत और वहां की जनता से हमेशा संपर्क बनाए रखा। उन्होंने कहा हमारे संघर्ष में संघ ने हमेशा साथ दिया। संघ हमेशा हमारे साथ खड़ा रहा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का समर्थन सदैव हमारे लिए प्रेरणादायी रहा। भारत जैसे विशाल और विविधतापूर्ण देश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अनुशासन और समर्पण का भाव जगाया है। संघ जैसे देशभक्त संगठन ने हमेशा देश के कल्याण के लिए काम किया है। भारत देश के नैतिक और भौतिक मूल्य अनुकरणीय हैं। इस अवसर पर संघ के पश्चिम क्षेत्र के सहकार्यवाह श्री रवींद्र जोशी ने दलाईलामा को स्मृति चिन्ह प्रदान किया। विदर्भ प्रांत के सहसंघचालक श्री राम हरकरे, नागपुर महानगर संघचालक श्री दिलीप गुप्ता और अन्य कार्यकर्ता भी इस दौरान उपस्थित थे। प्रतिनिधि
बेंगलूरू में संघ का अनूठा एकत्रीकरण
12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की 151 वीं जयंती पर बेंगलूरू के बाहरी अनेकल क्षेत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तरफ से युवा दिवस मनाया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पूर्ण गणवेश में स्वयंसेवक एकत्र हुए। युवा दिवस के अवसर पर पहली बार 2 हजार 632 स्वयंसेवकों ने पूर्ण गणवेश में कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर स्वयंसेवकों को दक्षिणी मध्य क्षेत्र संपर्क प्रमुख डॉ. कलादका प्रभाकर भट्ट ने संबोधित किया। उन्होंने स्वयंसेवकों को स्वामी विवेकानंद के आदर्शों पर चलने का संदेश दिया। प्रतिनिधि
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