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गत 26 नवम्बर को महिलाओं के विरुद्ध बढ़ती उत्पीड़न की घटनाओं से आहत दुर्गा वाहिनी व मातृशक्ति ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया और राष्ट्रपति से इस संबंध में शिकायत करते हुए एक ज्ञापन सौंपा। विश्व हिन्दू परिषद की महिला शाखा मातृ शक्ति की प्रान्त संयोजिका श्रीमती सिम्मी आहूजा व दुर्गा वाहिनी की प्रान्त संयोजिका श्रीमती संजना चौधरी ने प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारे साधु-संतों को तो मात्र शक के आधार पर जेलों में डाल दिया जाता है, जबकि कुलीन वर्ग के अपराधियों को कानून का मजाक उड़ाने व न्याय व्यवस्था को प्रभावित करने के लिए खुला छोड़ दिया जाता है। दिल्ली की महिला पत्रकार के साथ गोवा में घटी बलात्कार व दुराचार की घटना को लगभग एक पखवाड़ा बीतने के बावजूद आरोपी तरुण तेजपाल व साथियों की गिरफ्तारी तो दूर उनके द्वारा मामले को मनमाना रूप दिया जाना न्याय व्यवस्था का मखौल उड़ाया जाना नहीं तो और क्या है?
हाथों में ह्यनारी शक्ति का अपमान, नहीं सहेगा हिन्दुस्थानह्ण, ह्यनारी का सम्मान करो, तेजपाल को गिरफ्तार करो', ह्यशीला आन्टी की सरकार, नारी उत्पीड़न की भरमारह्ण, ह्यनारी की अब यही पुकार, बहुत हो गया अत्याचारह्ण, ह्यतेजपाल से यारी क्यों, नारी पर वह भारी क्योंह्ण इत्यादि नारे लिखे प्लेकार्ड व भगवा झण्डे लिए महिलाएं बड़ी संख्या में प्रदर्शन में शामिल थीं।
प्रदर्शनकारियों को विहिप दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री अशोक कुमार, संयुक्त महामंत्री श्री राम कृष्ण श्रीवास्तव, मातृशक्ति की प्रान्त सह संयोजिका श्रीमती संध्या शर्मा व श्रीमती नूतन जैन, श्रीमती सीमा अरोड़ा व दुर्गा वाहिनी की प्रान्त सह संयोजिका कु. कुसुम सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया तथा बाद में एक प्रतिनिधिमण्डल ने राष्ट्रपति भवन जा कर उन्हें ज्ञापन दिया।
ज्ञापन की प्रति मीडिया को जारी करते हुए विहिप दिल्ली के मीडिया प्रमुख विनोद बंसल ने बताया कि अपने दो पृष्ठ के ज्ञापन में मातृशक्ति व दुर्गा वाहिनी ने कहा है कि गत कुछ वर्षों में देश की आधी आबादी के विरुद्ध अपराधों की बाढ़ सी आ गई है।
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