अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सम्पन्न
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इसवर्षसेगुरुपूर्णिमापरसम्पूर्णदेशमेंसभीसम्बद्धसंगठनोंद्वारागुरुवन्दनकार्यक्रमआयोजितकिएजाएंगे।भारतीयगुरुपरम्पराकेसाथशिक्षकआत्मसातहोसकेंऐसीव्याख्यानमालाओंकाआयोजनइसअवसरपरकियाजाएगा।
गत दिनों अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी जमशेदपुर (झारखण्ड) में संपन्न हुई। बैठक में 16 राज्यों के 88 प्रतिनिधियों की उपस्थिति में शिक्षा, शिक्षक एवं समाज के अनेक विषयों पर गहन चिन्तन हुआ एवं अनेक महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक की अध्यक्षता महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. विमल प्रसाद अग्रवाल ने की। बैठक के समापन पर महासंघ का रजत जयंती समारोह भी संपन्न हुआ।
बैठक में कार्यकारिणी ने निर्णय लिया कि इस वर्ष से गुरु पूर्णिमा पर सम्पूर्ण देश में सभी सम्बद्ध संगठनों द्वारा गुरु वन्दन कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। भारतीय गुरु परम्परा के साथ शिक्षक आत्मसात हो सकें ऐसी व्याख्यानमालाओं का आयोजन इस अवसर पर किया जाएगा। बैठक में महासंघ द्वारा प्रकाशित 'जम्मू-कश्मीर : तथ्य एवं सत्य' पुस्तक का लोकार्पण राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह-सम्पर्क प्रमुख श्री अरुण कुमार ने किया। बैठक में महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री महेन्द्र कपूर, राष्ट्रीय महामंत्री प्रो. जगदीश प्रसाद सिंघल विशेष रूप से उपस्थित थे।
रा.स्व.संघ के वरिष्ठ प्रचारक डी द्वारकाचार्य दिवंगत
हर क्षेत्र में किया प्रभावी कार्य
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक श्री डी. द्वारकाचार्य की स्मृति में गत 13 जून को हैदराबाद (आं.प्र.) में श्रद्धाञ्जलि सभा का आयोजन किया गया। श्री द्वारकाचार्य का देहावसान विगत 30 मई को हैदराबाद में ही हुआ था। वे पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहे थे।
श्रद्धाञ्जलि सभा में रा.स्व.संघ, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिन्दू परिषद और भारतीय जनता पार्टी के अनेक वरिष्ठ पदाधिकारी और स्वयंसेवकों ने भाग लिया।
रा.स्व.संघ के सरकार्यवाह श्री सुरेशराव उपाख्य भैयाजी सभा में उपस्थित नहीं हो सके। लेकिन उन्होंने अपनी श्रद्धाञ्जलि पत्र के रूप में भेजी। संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता डा. ए. सुब्रह्मण्यम ने भैयाजी के पत्र को पढ़कर सुनाते हुए कहा कि 'द्वारकाचार्य जी ने हर क्षेत्र में बहुत प्रभावी कार्य किया। चाहे वह उत्तर-पूर्व राज्यों में वनवासी कल्याण आश्रम के जरिए हिन्दुओं के विकास का हो, आंध्र प्रदेश में तूफान पीड़ित गांव के पुनर्वास का हो या फिर स्वयंसेवकों के प्रशिक्षण का। उन्होंने हर कार्य समर्पण और पूर्ण दृढ़ संकल्प के साथ किया।
रा.स्व.संघ के अ.भा. बौद्धिक प्रमुख श्री वी भागैया ने द्वारकाचार्य जी को पूर्ण व्यक्तित्व बताया। वनवासी कल्याण आश्रम के अ.भा. संगठन मंत्री श्री सौमेया जुलू ने कहा कि श्री द्वारकाचार्य जी ने अरुणाचल प्रदेश में मतांतरण को रोकने के अनेक प्रयास किए।
सभा को रा.स्व.संघ के क्षेत्र संघचालक श्री टीवी देशमुख, पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री बंडारू दत्तात्रेय आदि ने भी संबोधित किया।
डा. अमर सिंह नहीं रहे
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के एक अन्य वरिष्ठ प्रचारक डा. अमर सिंह का भी गत 16 जून को वाराणसी में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार मणिकर्णिका घाट पर किया गया। मुखाग्नि उनके भतीजे अजीत सिंह ने दी। 75 वर्षीय डा. अमर सिंह लम्बे समय से हृदय की बीमारी से जूझ रहे थे। उनकी स्मृति में 18 जून को इलाहाबाद में श्रद्धाञ्जलि सभा आयोजित की गई। यहां वक्ताओं ने डा. अमर सिंह को कर्मयोगी, ध्येयनिष्ठ व सौम्य व्यक्तित्व का धनी बताया। सभा में काशी प्रांत के सह सम्पर्क प्रमुख डा. आलोक मालवीय सहित बड़ी संख्या में स्वयंसेवक एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
गुरु अर्जुन देव को याद किया
ष्ट्रीय सिख संगत के तत्वावधान में गत दिनों लुधियाना में गुरु अर्जुन देव का शहीदी दिवस धूमधाम से मनाया गया हुआ। समारोह में पंजाब के भिन्न-भिन्न स्थानों से आए सिख प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय सिख संगत के महामंत्री श्री अविनाश जायसवाल ने की। इस अवसर पर संगत संसार पत्रिका के श्री बिहारी लाल विशेष रूप से उपस्थित थे। प्रतिनिधि
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