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कहा जाता है कि भ्रष्टाचार नीचे से ऊपर जाता है लेकिन कांग्रेस यानी सोनिया पार्टी के भ्रष्टाचारी कुनबे में तो भ्रष्टाचार ऊपर से नीचे की ओर बहता और बढ़ता जा रहा है। कुनबे में शीर्ष पर सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाढरा की ठसक को कौन नहीं जानता। बेटी प्रियंका से शादी के बाद दिन-दूनी, रात-चौगुनी ही नहीं, सौ गुनी रफ्तार से उनके रसूख का ग्राफ चढ़ा है। मातहत कांग्रेसी राज्य सरकारों को बिछना ही था सो बिछीं। करोड़ों-अरबों की जमीन चंद लाख में ही देकर दामाद जी के वारे-न्यारे किए गए। फर्जी कम्पनियों में बंदरबांट हुई।
कांग्रेस के ही एक और बड़े नेता हैं देश के वित्तमंत्री पी. चिदंबरम। उनके पुत्र कार्ती के पुराने भ्रष्टाचारी व्यवहार को फिलहाल भूल भी जाएं तो उनकी पत्नी नलिनी पर कोलकाता के चिटफंड घोटालेबाज ने 42 करोड़ रुपए मांगे जाने का आरोप लगाया है। 2जी की आंच से द्रमुक नेता करुणानिधि की बेटी सांसद कनिमोझी भी अछूती नहीं रहीं। पौने दो लाख करोड़ के इस महाघोटाले में कनिमोझी का नाम आया, तो उन्हें जेल हुई।
ताजा मामला रेलमंत्री पवन कुमार बंसल के भांजे विजय सिंगला के मार्फत रेलवे में पद के बदले मोटी रकम उगाहने का सामने आया है। एक पद के लिए 12 करोड़ की बोली लगी थी। चंडीगढ़ में सिंगला ने 90 लाख की पहली किश्त वसूली ही थी कि सीबीआई ने धर लिया। हालांकि पवन बंसल से अभी तक सीबीआई ने पूछताछ नहीं की है लेकिन भांजा अपने बूते तो मामा के विभाग में पद नहीं दिलवा सकता था, जाहिर है बंसल किसी न किसी स्तर पर इस सब में शामिल होंगे। शुक्रवार (10 मई) की शाम तक बंसल अब गए-तब गए की स्थिति में आ गए थे। दबाव इतना बढ़ चुका था कि या तो वह खुद इस्तीफा दे दें या उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाए। और आखिरकार देर शाम उन्होंने इस्तीफा दिया या उनसे इस्तीफा मांगा गया यह तो साफ नहीं हुआ पर इतना जरूर हुआ कि उन्हें चलती ट्रेन से उतार दिया गया।
आरोपों पर सफाई देते हुए पवन कुमार बंसल ने कहा था कि उनके विजय सिंगला से कोई कारोबारी रिश्ते नहीं हैं। लेकिन सीबीआई को जांच में पता चला है कि सिंगला रेलमंत्री के नजदीकी अधिकारियों और सहयोगियों के संपर्क में था। सिंगला ने रेलमंत्री पवन बंसल के दिल्ली स्थित आवास पर 8 बार फोन किया था। साथ ही रेलमंत्री के परिवार के साथ भी बंसल के कारोबारी रिश्ते थे। बंसल के दोनों बेटे विजय सिंगला की कंपनियों में निदेशक थे। इसके अलावा सिंगला ने अपनी कंपनियों के पते के तौर पर बंसल के घर का इस्तेमाल किया है, जो चंडीगढ़ के सेक्टर-28 में है। एक अंग्रेजी अखबार ने सीबीआई के सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि विजय सिंगला ने जो 90 लाख रुपये की रिश्वत ली थी, वह पवन बंसल को दिए जाने थे। पवन बंसल 2002 में चंडीगढ़ में दिल्ली पब्लिक स्कूल को जमीन आबंटित कराने के मामले में पहले ही फंस चुके हैं। इसके अलावा बंसल का नाम 2008 में चंडीगढ़ में ही हुए एक जमीन घोटाले में भी आया था। जांच बढ़ेगी तो और नए खुलासे होंगे। कुनबे का भ्रष्टाचार सामने आएगा। दाग कांग्रेस के लिए 'अच्छे' तो नहीं ही रहेंगे।प्रस्तुति: तरुण सिसोदिया
किसको कितना मिला
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया के दामाद रॉबर्ट वाढरा का नाम कई फर्जीवाड़ों में सामने आ चुका है। लेकिन उन्हें तो सोनिया गांधी के दामाद होने का अभयदान प्राप्त है। बीते दिनों हरियाणा और राजस्थान में वाढरा कई मामलों में लिप्त पाए गए लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। हरियाणा के भू-अधिग्रहण कानून के अंतर्गत 27 एकड़ कृषि भूमि खरीदी जा सकती थी लेकिन वाढरा की कम्पनी ने 46 एकड़ भूमि खरीदी। राजस्थान इंपोजीशन ऑफ सीलिंग आन एग्रीकल्चर होल्डिंग्स एक्ट-1973 के अनुसार रेगिस्तानी और अर्द्ध-रेगिस्तानी इलाकों में 125 से 175 एकड़ तक भूमि रखने की अनुमति है लेकिन वाढरा की कम्पनियों ने 321 एकड़ जमीन खरीदी।
कुछ दिन पहले ही वित्तमंत्री पी. चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम का नाम पश्चिम बंगाल के चर्चित चिट-फंड घोटाले में सामने आया है। घोटाले के मुख्य आरोपी सुदीप्तो सेन द्वारा सीबीआई को लिखी गई चिट्ठी में सुदीप्तो सेन ने लिखा है कि नलिनी चिदंबरम ने उनसे गुवाहाटी में एक चैनल शुरू करने के लिए 42 करोड़ रुपए देने को कहा था। चिदंबरम के बेटे कार्ती चिदंबरम का नाम भी एयरसेल-मैक्सिस और एनआरएचएम घोटालों में सामने आ चुका है।
द्रमुक प्रमुख करुणानिधि की बेटी कनिमोझी 1.75 लाख करोड़ के 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में जेल की सजा काट चुकी हैं। उन पर स्पेक्ट्रम घोटाले के 200 करोड़ लेने का आरोप लगा था।
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