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हरियाणा की हुड्डा सरकार का जन-विरोधी चेहरा बेनकाब होने लगा है। राज्य की जनता आहत है इसके बावजूद मुख्यमन्त्री हुड्डा झूठी वाहवाही लूट रहे हैं। राज्य में जो चारित्रिक पतन के खुलासे हो रहे हैं उससे कलुषित राजनीति भी शर्मसार हो गई है। हुड्डा सरकार के गृह राज्यमंत्री रहे गोपाल कांडा का आचरण तो सभी सीमांओं को लांघ गया है।
यूं तो मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार का दूसरा कार्यकाल शुरू से ही आरोपों के घेरे में रहा है। भ्रष्ट लोगों के सहयोग से बनी सरकार हाथ से छिन जाने के डर से मुख्यमंत्री मूक-बधिर (अंधे-बहरे) बने हुए हैं। इसका उदाहरण उनके गृह नगर रोहतक के 'अपना घर' कांड की पोल खुलने से ही मिलता है, जहां सरकार से जुड़े दो मुख्य नेताओं आनंद सिंह डांगी व शादी लाल बत्रा ने इस कांड का खुलासा होने से पहले अपना घर की संचालिका को सम्मानित करने की बात कही थी। इसी प्रकार भिवानी के राजबीर हत्याकांड में रामकिशन फौजी व फर्जी वोटों से चुनाव जीतने के आरोप में सुखबीर कटारिया व करनाल जिला के कम्बोपुरा गांव के सरपंच कर्म सिंह की हत्या के आरोप में ओम प्रकाश जैन व जिले राम शर्मा का नाम सामने आने से पूरे प्रदेश की जनता ने रोष प्रकट किया और कांग्रेस पर भ्रष्ट व अपराधी लोगों का साथ देने व उन्हें बचाने का दोषी करार दिया है।
प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री भूपंेद्र सिंह हुड्डा के पहले कार्यकाल से भी खुश नहीं थी, इसलिए प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को सरकार बनाने का 'जनादेश' भी नहीं दिया था। लेकिन जोड़-तोड़ में माहिर कांग्रेस ने 7 निर्दलीयों व 5 हजकां के बागी विधायकों को साथ लेकर सरकार बना ली और सत्ता पर दोबारा काबिज हो गये। लेकिन जनादेश की अनदेखी कर जिस प्रकार भ्रष्ट लोगों को संरक्षण दिया गया उससे प्रदेश की जनता अब बहुत आक्रोशित है। जनता का सरकार के प्रति यह आक्रोश साफ दिखाई दे रहा है और आगामी चुनावों में कांग्रेस को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।
राजस्थान
पीड़ित हिन्दुओं के दो और जत्थे जोधपुर पहुंचे
पाकिस्तान में प्रताड़ित 45 और लोग गत 2 सितम्बर की सुबह थार-लिंक एक्सप्रेस से जोधपुर पहुंचे। रेबारी और भील समाज के ये लोग यहीं बसना चाहते हैं। रेबारी समाज का जत्था नागौर चला गया है और भील समाज का जत्था कुछ समय पहले यहां आए विस्थापितों के साथ रहेगा। रेबारी समाज के लोग पिछले साल हरिद्वार आए थे, तब नागौर के पास गोशाला चलाने वाले अपने समाज के महाराज से मिले थे। इन लोगों ने भारत में बसने की इच्छा जाहिर की थी। इस बार महाराज ने उनके लिए धार्मिक वीजा का इंतजाम कराया और ये लोग रविवार सुबह जोधपुर पहुंच गए। रेबारी समाज के स्थानीय लोगों ने उनके लिए बस का इंतजाम किया और सभी लोग नागौर गोशाला चले गए। वहां गोशाल के महाराज ने उनके रहने की व्यवस्था की है। प्रतिनिधि
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