समर्पण से बढ़ रहा है संघ-रंगाहरि, सदस्य, अ.भा.कार्यकारी मंडल, रा.स्व.संघ
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–रंगाहरि, सदस्य, अ.भा.कार्यकारी मंडल, रा.स्व.संघ
'नि:स्वार्थ, नि:शर्त समर्पण के कारण ही रा.स्व.संघ बढ़ता जा रहा है। समर्पण साधारण स्वयंसेवक से लेकर सर्वोच्च अधिकारी तक एक समान है। संघ के स्वयंसेवकों ने समाज जीवन में जो संगठन- भारतीय मजदूर संघ, विद्या भारती, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद खड़े किए वे श्रेष्ठ बन गए'। उक्त उद्गार रा.स्व.संघ के अ.भा.कार्यकारी मंडल के सदस्य श्री रंगाहरि ने व्यक्त किए। वे विगत दिनों कोलकाता में रा.स्व.संघ के गुरुदक्षिणा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
श्री रंगाहरि ने कहा कि रा.स्व.संघ और वामपंथी दलों का कार्य एक साथ शुरू हुआ था। लेकिन आज संघ का काम भारत में ही नहीं, अपितु दुनिया के 50 देशों में चल रहा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ पत्रकार श्री तरुण गोस्वामी ने कहा कि सेवा और समर्पण के कारण संघ का काम दिनों-दिन बढ़ता जाएगा। इस अवसर पर क्षेत्र संघचालक श्री रणेन्द्रलाल बंद्योपाध्याय, दक्षिण बंग प्रांत संघचालक श्री अतुल कुमार विश्वास एवं कोलकाता महानगर संघचालक श्री विश्वनाथ मुखोपाध्याय भी उपस्थित थे। बासुदेब पाल
स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती के बलिदान दिवस पर उड़ीसा में कार्यक्रम
हत्या के दोषियों के न पकड़े जाने पर संतों में रोष
वनवासियों के बीच चार दशक से अधिक समय तक सेवा का कार्य करने वाले स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या के चार साल पूरे होने पर उड़ीसा में विभिन्न स्थानों पर अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये।
हत्या के चार साल पूरे होने पर कंधमाल जिले के मुख्यालय फुलबाणी में संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में भाग लेने वाले संतों ने स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती के हत्यारों को सरकार द्वारा न पकड़े जाने पर रोष जताया। साथ ही राज्य में चल रहे मतांतरण, गोहत्या, साधु संतों की सुरक्षा के मुद्दे पर सरकार की कड़ी आलोचना की ।
फुलबाणी के कोरोनेशन मैदान में स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती को श्रद्धाञ्जलि देने हेतु कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्थानीय गांधी स्मृति कल्याण मंडप से एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई। कार्यक्रम में विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय मंत्री श्री युगल किशोर, केन्द्रीय सहमंत्री डा. वसंत रथ, विहिप के प्रदेश महामंत्री श्री गौरी प्रसाद रथ, क्षेत्रीय धर्म प्रसार प्रमुख श्री अच्युतानंद कर, प्रांत सहमंत्री श्री प्रियनाथ शर्मा आदि उपस्थित थे। संतों में प्रदीप वानप्रस्थी, सुदर्शन बाबा, चन्द्रमणि बाबा, माधवानंद गिरि, मधुसूदन दास व अन्य संत उपस्थित थे। कार्यक्रम में दस हजार से अधिक लोग उपस्थित थे । समन्वय नंद
मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की मांग
रजा अकादमी पर प्रतिबंध लगे
गत 28 अगस्त को दिल्ली में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच की केन्द्रीय समिति और प्रांत संयोजकों की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में मंच के देशभर से आए 60 कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। बैठक में प्रस्ताव पारित कर मांग की गई कि रजा अकादमी पर तुरंत पाबंदी लगाई जाए। रजा अकादमी के कार्यकर्ताओं ने विगत दिनों मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान खूब उत्पात मचाया था। इन कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव करने के साथ-साथ अनेक टी.वी. चैनलों के वाहन भी आग के हवाले कर दिए थे।
बैठक में रजा अकादमी पर प्रतिबंध की मांग के साथ देश के अन्य स्थानों पर असम हिंसा के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शनों का भी पुरजोर विरोध किया गया। बैठक में पारित एक अन्य प्रस्ताव में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने जम्मू-कश्मीर को स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में संबोधित करने के कारण 'ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कंट्रीज' (ओ.आई.सी.) की कठोर निंदा की। उल्लेखनीय है कि ओ.आई.सी. की मक्का में विगत 14-15 अगस्त को हुई बैठक में जम्मू-कश्मीर को भारत का हिस्सा न मानकर एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में संबोधित किया था। प्रस्ताव में कहा गया है कि भारत सरकार इसके लिए ओ.आई.सी. को कठोर निर्देश दे और भविष्य में ऐसी हरकत से बाज आने को कहे। सुषमा पाचपोर
बोकारो में वनवासी कल्याण केन्द्र का प्रांतीय सम्मेलन
वनवासियों के उत्थान से ही राष्ट्र का विकास
–सौमेया जुलू, संगठन मंत्री, वनवासी कल्याण आश्रम
गत दिनों बोकारो (झारखंड) के सरस्वती विद्या मंदिर में वनवासी कल्याण केन्द्र का प्रांतीय कार्यकर्ता सम्मेलन सम्पन्न हुआ। सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री सोमैया जुलू ने भगवान राम, बिरसा मुण्डा, भारतमाता एवं बालासाहेब देशपांडे के चित्रों पर दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन कर किया। स्वागत गीत के पश्चात प्रांत संगठन मंत्री श्री हीरेन्द्र सिन्हा एवं गोपाल दुबे ने अतिथियों का परिचय कराया एवं सम्मेलन की प्रस्तावना रखी।
सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री सोमैया जुलू ने कहा कि वनवासी कलयाण आश्रम सम्पूर्ण देश में वनवासी समाज के धर्म, संस्कृति, परम्परा की रक्षा के लिए विभिन्न प्रकल्पों के माध्यम से कार्य कर रहा है। इस कार्य में कल्याण आश्रम विगत 60 वर्षों से प्रयासरत है। झारखण्ड में वनवासी कल्याण केंद्र 27 मई, 1969 से कार्यरत है।
श्री जुलू ने कहा कि कल्याण आश्रम आज अपने 60 वर्ष पूरे कर रहा है। इस हेतु 2012 को शक्ति संचय वर्ष के रूप में भी मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कल्याण आश्रम के संस्थापक स्व. बाला साहब देशपांडे के 26 दिसम्बर, 2013 को 100 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं इसके लिए कल्याण आश्रम ने 2013 को जन्मशती वर्ष के रूप में मनाने का विचार किया है। श्रीमंगला कांत
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