हिन्दुओं का हक मुसलमानों को नहीं देने देंगे
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नई दिल्ली में आयोजित हिन्दू सर्वजाति महापंचायत में लिया संकल्प
तरुण सिसोदिया
इन्द्रप्रस्थ विश्व हिन्दू परिषद के तत्वावधान में गत 20 मई को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में सम्पन्न हुई हिन्दू सर्वजाति महापंचायत में राजधानी के कोने-कोने से आए विभिन्न जाति-बिरादरी के लोगों ने संकल्प लिया कि किसी भी कीमत पर हिन्दुआंे के हक को छीनकर मुसलमानों को नहीं देने देंगे। महापंचायत को विश्व हिन्दू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया और जनता पार्टी के अध्यक्ष तथा भ्रष्टाचार के विरुद्ध केन्द्र सरकार की नाक में दम कर देने वाले डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने मुख्य रूप से संबोधित किया। साथ ही वाल्मीकि संत विवेकनाथ आचार्य, आर्य समाज के विद्वान श्री महेन्द्र पाल आर्य ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता 360 गांवों के प्रधान श्री रामकरण ने की। इस अवसर पर श्री सनातन धर्म प्रतिनिधि सभा दिल्ली के अध्यक्ष स्वामी राघवानंद, विश्व हिन्दू परिषद के उपाध्यक्ष श्री ओम प्रकाश सिंहल, रा.स्व.संघ, दिल्ली के सह प्रांत संघचालक डा. श्याम सुंदर अग्रवाल, इन्द्रप्रस्थ विश्व हिन्दू परिषद के अध्यक्ष श्री स्वदेश पाल गुप्ता भी मंचासीन थे।
महापंचायत को संबोधित करते हुए डा. प्रवीण भाई तोगड़िया ने कहा कि मजहबी आधार पर आरक्षण न संविधान सम्मत है, न ही राष्ट्रहित में। अत: सरकार को इसे किसी भी कीमत पर वापस लेना ही होगा। अन्यथा हिन्दू समाज अपनी रोजी-रोटी व कर के रूप में सरकार को दे रहा धन लुटते हुए नहीं देख सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान में कहीं भी मुसलमान और ईसाइयों को आरक्षण देने की बात नहीं कही गई है। फिर किस आधार पर मुसलमानों को आरक्षण देने की बात कही जा रही है? उन्होंने कहा कि यह सिर्फ वोट बैंक की गंदी राजनीति के लिए किया जा रहा है। वोट बैंक की राजनीति के लिए हमारे नेता बंदर नाच कर रहे हैं। इसके लिए संविधान की धाराओं तक को बदलने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश में मुसलमानों को अधिक महत्व दिए जाने के संबंध में बोलते हुए डा. तोगड़िया ने कहा कि यह तुष्टीकरण की पराकाष्ठा ही है कि अखिलेश सरकार ने समाजवादी पार्टी के 39 मुसलमान विधायकों में से 10 को मंत्री बना दिया। अधिकतर विकास योजनाएं मुसलमानों को केन्द्रित करके बनाई जा रही हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी मुसलमानों पर फिदा हैं। वे भी मुल्ला-मौलवियों को मासिक भत्ता दे रही हैं। उन्होंने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण में से मुसलमानों को दिया गया आरक्षण बिल्कुल भी स्वीकार नहीं है। इसके अलावा मजहबी आधार पर दिए जाने वाले किसी भी आरक्षण को देश का हिन्दू समाज बिल्कुल स्वीकार नहीं करेगा। इस अवसर पर डा. तोगड़िया ने एवं लक्षित हिंसा रोकथाम विधेयक' पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इसके जरिए हिन्दुओं को अपराधी बना दिया जाएगा।
डा. सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि आरक्षण ऐसे लोगों को दिया जाना चाहिए जिन्हें दबाया गया, और मुसलमानों ने 800 साल और ईसाइयों ने 200 साल भारत पर राज किया तो वे किस मुंह से आरक्षण मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि मजहब आधारित आरक्षण से देश के एक और विभाजन की नींव रखी जा रही है, जिसे हिन्दू जनशक्ति की एकजुटता ही रोक सकती है। डा. स्वामी ने कहा कि देश में मुस्लिम तुष्टीकरण की जो राजनीति हो रही है, यह हिन्दुओं की कमजोरी के कारण है। भारत में हिन्दुओं की तादाद ज्यादा होने के बावजूद वे हम पर हावी हैं, राजनेता उनके आगे नतमस्तक हैं। डा. स्वामी ने कहा कि इस तुष्टीकरण की राजनीति का एक ही तोड़ है, और वह है हिन्दुओं की एकता। हिन्दू एकजुट होंगे तो मुलायम सिंह जैसा नेता हिन्दुओं के आगे नतमस्तक होंगे। उन्होंने कहा कि आने वाले लोकसभा चुनाव में हमको यह काम करके दिखा देना है। एकजुट होकर हिन्दू शक्ति का परिचय देना होगा। भ्रष्टाचार के संबंध में बोलते हुए डा. स्वामी ने कहा कि चिदंबरम, मनमोहन और सोनिया भी जेल जाएंगे। कितना ही जोर लगा लें, ये लोग बचेंगे नहीं।
वाल्मीकि संत विवेकनाथ आचार्य ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि हिन्दुओं के देश में हिन्दुओं को ही न्याय मांगना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसे लोगों को फलने-फूलने दे रही है जो देश में आतंक फैलाने और मतांतरण का काम कर रहे हैं। सरकार यदि मजहब के आधार पर आरक्षण देगी तो हिन्दू समाज का बहुत बड़ा हिस्सा मतांतरित हो जाएगा।
आर्य समाज के श्री महेन्द्र पाल आर्य ने कहा कि जो भी मुसलमान या ईसाई बन गया, उसे आरक्षण की जरूरत नहीं है। यह बात कुरान और बाइबल कहती है, तो फिर यह लोग क्यों आरक्षण मांग रहे हैं? कार्यक्रम में मुस्लिम आरक्षण के विरोध में प्रस्ताव भी पारित हुआ, जिसे 27 गुर्जर गांवों के प्रधान श्री हेम सिंह ने पढ़कर सुनाया।
कार्यक्रम का शुभारम्भ मंचस्थ अतिथियों द्वारा भारतमाता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। महापंचायत में 38 जाति-बिरादरी के प्रमुखों सहित हजारों लोगों ने भाग लिया। इस अवसर पर विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महामंत्री स्वामी विज्ञानानन्द, मंत्री श्री जुगल किशोर, मुख्य प्रवक्ता श्री वीरेश्वर द्विवेदी सहित अनेक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन वंदेमातरम् से हुआ।
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