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राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, बिहार का प्रादेशिक प्रतिनिधि सम्मेलन गत 21 मार्च को पटना के अनुग्रह नारायण महाविद्यालय में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रदेश के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि शिक्षा समाज का दर्पण होती है। शिक्षकों के ऊपर समाज का बहुत बड़ा दायित्व है। शिक्षा की स्वायत्तता से स्वदेशी, सम्पूर्णता और समग्रता विकसित होती है और तभी समाज सुव्यस्थित हो सकता है। उन्होंने शिक्षा को व्यवसायीकरण से दूर रखने की भी सलाह दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री महेन्द्र कपूर ने शिक्षा जगत में आ रही कमियों की ओर सबका ध्यान आकृष्ट किया तथा उन्हें दूर करने के सुझाव व तरीके भी बताए। विशिष्ट अतिथि प्रो. जे.पी. सिंघल ने अपने देश में विदेशी विश्वविद्यालय खोलने के फैसले को आत्मघाती बताया। कार्यक्रम में अनुग्रह नारायण महाविद्यालय, पटना के प्राचार्य प्रो. हरिद्वार सिंह, शैक्षिक महासंघ के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री श्री ओमपाल सिंह आदि ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में महासंघ के संगठनात्मक पहलुओं पर भी चर्चा हुई। मंच संचालन डा. वीरेन्द्र कुमार सिंह ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रो. रमेश चन्द्र सिन्हा ने किया। द संजीव कुमार30
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