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अभी हाल ही में बरेली पुलिस ने यहां की सागबड़ी मजार से एक आतंकवादी चांद मोहम्मद के पास से तीन डेटोनेटर एवं आतंकवादी संगठन हूजी के दस्तावेज भी बरामद किए। पुलिस एवं खुफिया एजेंसियों के अनुसार यदि चांद मोहम्मद दीपावली के दो दिन पहले गिरफ्तार नहीं होता तो शहर में कोई बड़ी वारदात हो सकती थी, जिसमें त्रिशूल एयरबेस को उड़ाने सहित उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री की हत्या की भी साजिश रची गयी थी। चांद मोहम्मद पाकिस्तान प्रशिक्षित आतंकवादी है। पुलिस को चांद मोहम्मद के साथ कम से कम 25 और लोगों की तलाश इस छोटे से शहर से है, जो किसी न किसी आतंकवादी संगठन से जुड़े हैं।किन्तु इत्तिहाद ए मिल्लत काउन्सिल खुलकर आतंकवादी चांद मोहम्मद के समर्थन में आ गयी है। यही नहीं काउन्सिल ने अपने नेता तौकीर रजा खां के नेतृत्व में 23 अक्टूबर को जुमे के नमाज के बाद शहर के बीचो-बीच चौकी चौराहा पर चार घन्टे तक हजारों की भीड़ के साथ धरना देकर जहां पूरे शहर को जाम कर दिया वहीं पुलिस प्रशासन भी आतंकवाद समर्थक अभियान के विरुद्ध कुछ नहीं कर पाया। जैसा कि होता हैं समाजवादी पार्टी सहित कई राजनैतिक दलों के नेता भी चांद मोहम्मद के समर्थन में आ गये। वहीं सत्तारूढ़ बहुजन समाज पार्टी के एक मुस्लिम मंत्री शाहजिल इस्लाम भी कौम के नाम पर एकता की आड़ में लगातार इस आतंकवादी का बचाव कर रहे हैं।हालांकि काउन्सिल के इस कृत्य पर शहर में प्रभावी भूमिका वाले छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तुरन्त प्रतिक्रिया की और तौकीर रजा खां का पुतला फूंककर विरोध प्रदर्शन किया। जिसके समर्थन में शिवसेना सहित कई सामाजिक एवं राष्ट्रवादी संगठन आ गये हैं। विद्यार्थी परिषद् पुलिस के समर्थन से काउन्सिल के विरोध में युवाओं के मध्य जाकर देश तोड़ने के इस खतरे से अवगत करवा रही है। आने वाले समय में परिषद् इस विषय पर बरेली के युवाओं का एक विशाल प्रदर्शन करने की योजना बना रही है। विद्यार्थी परिषद् के पूर्व प्रदेश मंत्री अरविन्द सिंह ने बताया है कि जिस प्रकार आतंकवाद के समर्थन मे बरेली जैसे शहर में मुस्लिमों ने प्रदर्शन किया उससे आम जनता में गुस्सा है। इसलिए आतंकवाद समर्थकों का मनोबल तोड़ने के लिए हम बड़ी संख्या में युवाओं को इनका विरोध करने हेतु सक्रिय कर रहे हैं। इसी क्रम में 28 अक्टूबर को सैकड़ों कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आये। बरेली कालेज में एकत्र हुए कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकाला। चौकी चौराहे पर पहुंचकर जोरदार नारेबाजी की गयी। इस दौरान सड़क पर ही एक सभा का आयोजन किया गया। इसके बाद जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। द प्रतिनिधि13
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