बालमन
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम Archive

बालमन

by
Apr 5, 2008, 12:00 am IST
in Archive
FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

दिंनाक: 05 Apr 2008 00:00:00

कल्पना की उड़ानमधु पंतनन्हे साथियो!आदूसरी चीज जो आप में है, वह है आपकी अद्भुत सोच। इसी अनोखी सोच ने आपको रचना करने की अनोखी प्रवृत्ति दी है। आप अपनी कल्पना में ही पूरा संसार संजो लेते हैं। कभी आप पक्षियों से बातें करते हैं तो कभी झरनों के साथ गुनगुनाते हैं। आप फूल-पौधों से बतिया सकते हैं, हवा के साथतीसरी चीज जो आपके पास है, वह है आपकी जादुई नजर…. चीजों को देख सकने की आपकी विलक्षण क्षमता। प्रसिद्ध कवि विलियम वर्डसवर्थ ने अपनी एक कविता में अपने बचपन की यादों को ताजा करते हुए कहा है, “जब मैं छोटा था तो मुझे सभी वस्तुएं एक सुनहरे, रूपहले आवरण में लिपटी नजर आती थीं। घास-मैदान, खेत-खलिहान, पर्वत-मचान सभी कुछ अद्भुत। आज मुझे कुछ भी वैसा नजर नहीं आता जो बचपन में आता था। आज मैं उस दृष्टि से देख ही नहीं पाता हूं।”यह जो जादू का चश्मा आपकी आंखों में चढ़ा हुआ है, आपकी सबसे बड़ी नियामत है। इस जादुई नजर से आप न मालूम कितने सपने देख सकते हैं। सपने देखना बुरा नहीं है बल्कि जो सपने देख सकता है वही उन्हें पूरा करने की कोशिश भी करता है। राइट बंधुओं ने आकाश में उड़ने का सपना देखा तो हवाई जहाज का आविष्कार भी कर डाला। जेम्स वाट ने भाप की शक्ति को अपनी जादुई नजर से पहचाना तो वह भाप के इंजन की खोज भी कर पाया।आपकी इस जादुई नजर के पास सब रहस्यों को खोल सकने की चाभी है। वे सारे तिलस्मी रहस्य जो आकाश की परियों के पास हैं या पाताल के बौनों के पास। वे रहस्य जो नदी की मत्स्य कुमारी के पास हैं या सितारों की चमचमाती दीवाली में। यह जादुई नजर जब तक आप अपने पास रख पाएंगे आपकी कल्पना उतनी ही प्रखर होगी। कल्पना प्रखर होगी तो आपकी बुद्धि विकसित होगी और बुद्धि विकसित होगी तो आपके पास अपने सपनों को पूरा करने की ऊर्जा भी आ जाएगी। कल्पना के ताने-बाने में अपने सपनों के रंग संजोकर उसे सदैव रंगीन रखिए। इंद्रधनुष के रंगों जैसी सतरंगी-रंगीन अपने बचपन के कुछ अनुभव इस कविता के माध्यम से बांटना चाहूंगी-जब मैं तुम्हारी ही तरह छोटी थी,नानी की नतनियां और दादी की पोती थी,सुनती थी ढ़ेरों कहानियां और गीत,वर्षा, गरमी हो, या हो शीत।कहानियां थीं, शेरों की, भालू की,बेईमान की, चालू की,सूरज, चन्दा, तारों की,परियों के नजारों की,जादूगर की छड़ी की,उड़न तश्तरी की,गूंगे की, वाचाल की,स्वर्ग की, पाताल की…पाताल के नाम से ही होती थी हलचलमन के भीतर होने लगता था कौतुहल।….और मैं सोचती कि कहींएक ऐसी खिड़की पातीजिससे झांकते ही पाताल कीदुनिया नजर आतीजहां होता जादूगरनी का बौना बाजीगरमत्स्य लोक की राजकुमारी के सपनों का घरसुरंगों में घड़ों में भरी अशरफियांपारसमणि सी चौंंधियाती फुलझड़ियां।ज्यों-ज्यों बड़ी हुई, टूटता गया तिलस्मी जाल,और पता चलता गया धरती के भीतर का हाल।पृथ्वी की परतें, चट्टानें और भीतर का लावा,खनिज-लवण, सोने हीरे जैसेकीमती पत्थरों का छलावा।सदियों तक दबी वनस्पतिव जीव से बना कोयला तेलकठोर पत्थरों के संरक्षण मेंबहते निर्मल सोने का खेल।….इस तरह सच्चाई की धूप मेंकल्पना का भ्रमजाल मिटता गया,और धीरे-धीरे एक अमूल्यआनन्द का एहसास सिमटता गया।… तभी एक कौंध उठी…पुन: कल्पना हो उठी जीवंतकरती हुई कई नीरसताओं व दुविधाओं का अंत।पाया धरती के आगोश में छुपी हैंन जाने कितनी कहानियां,हड़प्पा, मोहनजोदड़ो सहितन मालूम कितनी सभ्यताओं की निशानियां,और मैंने फिर से इतिहास कीकल्पनाओं का भ्रमजाल बुनना शुरू कर दिया है लगता है पाताल की खिड़की काताला फिर से खुल गया है।16

ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्यों का समाधान’

विश्लेषण : दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

उत्तराखंड में बुजुर्गों को मिलेगा न्याय और सम्मान, सीएम धामी ने सभी DM को कहा- ‘तुरंत करें समस्यों का समाधान’

विश्लेषण : दलाई लामा की उत्तराधिकार योजना और इसका भारत पर प्रभाव

उत्तराखंड : सील पड़े स्लाटर हाउस को खोलने के लिए प्रशासन पर दबाव

पंजाब में ISI-रिंदा की आतंकी साजिश नाकाम, बॉर्डर से दो AK-47 राइफलें व ग्रेनेड बरामद

बस्तर में पहली बार इतनी संख्या में लोगों ने घर वापसी की है।

जानिए क्यों है राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गुरु ‘भगवा ध्वज’

बच्चों में अस्थमा बढ़ा सकते हैं ऊनी कंबल, अध्ययन में खुलासा

हमले में मारी गई एक युवती के शव को लगभग नग्न करके गाड़ी में पीछे डालकर गाजा में जिस प्रकार प्रदर्शित किया जा रहा था और जिस प्रकार वहां के इस्लामवादी उस शव पर थूक रहे थे, उसने दुनिया को जिहादियों की पाशविकता की एक झलक मात्र दिखाई थी  (File Photo)

‘7 अक्तूबर को इस्राएली महिलाओं के शवों तक से बलात्कार किया इस्लामी हमासियों ने’, ‘द टाइम्स’ की हैरान करने वाली रिपोर्ट

राजस्थान में भारतीय वायुसेना का Jaguar फाइटर प्लेन क्रैश

डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

किशनगंज में घुसपैठियों की बड़ी संख्या- डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी

गंभीरा पुल बीच में से टूटा

45 साल पुराना गंभीरा ब्रिज टूटने पर 9 की मौत, 6 को बचाया गया

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies