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किसके इशारे पर सताए गए यू.टी. फ्रंट के कार्यकर्ता?लेह से लोकसभा सांसद श्री थुप्स्तान छेवांग ने लेह (लद्दाख) के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वे कांग्रेस के कथित इशारे पर यू.टी. फ्रंट के कार्यकर्ताओं को यातनाएं दे रहे हैं। पुलिस ने 26 मई को लद्दाख स्वायत्तशासी पर्वतीय विकास परिषद् के लोअर लेह चुनाव क्षेत्र के उपचुनाव से पूर्व लेह शहर में भयंकर आतंक मचा रखा था और फर्जी आरोप लगातार यू.टी.फ्रंट के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था। श्री छेवांग ने आरोप लगाया है कि पुलिस का यह पूर्वाग्रही रवैया कांग्रेस को चुनावी लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से दर्शाया गया।19 मई को श्री छेवांग ने लद्दाख स्वायत्तशासी पर्वतीय विकास परिषद् के चुनाव अधिकारी को पत्र लिखकर अपनी शिकायत आधिकारिक तौर पर दर्ज कराई। इस पत्र में श्री छेवांग ने साफ लिखा कि लेह के कुछ व्यापारियों को गिरफ्तार करके यातनाएं दी गईं और उनसे कोरे कागजों पर हस्ताक्षर कराए गए। इन्हीं का दुरुपयोग करके पुलिस ने यू.टी.फ्रंट के सक्रिय कार्यकर्ताओं पर फर्जी गंभीर आपराधिक मामले दर्ज कर दिए। यह पूरा ब्यौरा खुद पुलिस द्वारा सताए गए व्यापारियों ने ही दिया था। पुलिस के इस स्वेच्छाचारी रवैए के विरोध में 19 मई को लेह में बंद आयोजित किया गया था। उनका आरोप था कि लेह के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आलोक कुमार और लेह पुलिस थाने के थाना प्रभारी सूरज सिंह के नेतृत्व में जिला पुलिस ने उन्हें यातनाएं दीं।श्री छेवांग का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि यू.टी.फ्रंट के वरिष्ठ कार्यकर्ता उपचुनाव में सक्रिय न हो सकें और कांग्रेस को इसका लाभ मिले। लेह के लोग पिछले काफी समय से पुलिस प्रशासन पर पैसा वसूली और भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाते रहे थे। यही कारण था कि लोकसभा में लेह का प्रतिनिधित्व कर रहे श्री छेवांग ने उक्त दोनों पुलिस अधिकारियों को वहां से हटाने की मांग भी की। 20 मई को लेह में विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। श्री थुप्स्तान छेवांग ने प्रदर्शनकारियों की रैली को संबोधित किया। बाद में लेह के जिला आयुक्त और अतिरिक्त जिला आयुक्त के नाम ज्ञापन सौंपे गए।इस संवेदनशील सीमा क्षेत्र में शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रशासन को तुरंत उचित कदम उठाने ही होंगे। श्री छेवांग ने अपने उक्त पत्र की प्रतिलिपि जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव सी. फुंसोक, पुलिस महानिदेशक गोपाल शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव और राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी को भी भेजी है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक पता चला है कि लोअर लेह क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार सोनम दोर्जे ने यू.टी.फ्रंट के उम्मीदवार फुंसोक वांग्दान को 2027 मतों से हरा दिया। यानी श्री छेवांग ने जो आशंका जताई थी वह सही साबित हुई, क्योंकि यह चुनाव क्षेत्र यू.टी. फ्रंट का गढ़ माना जाता है और खुद श्री छेवांग पहले परिषद् के लिए यहां से चुने गए थे। प्रतिनिधि10
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