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जहां संघ की पहली शाखा लगी थीपुलिस दल का एक सिपाही जिसने आतंकवादी मारे। पैंट पर खून के छींटे दिख रहे हैं।सभी छायाचित्र : निरंजन अत्रे/तरुण भारत, नागपुरआतंकवादी की एके 47महाल में मिला हथगोलाआतंकवादी देश के शत्रु इन्हें कुचलना जरूरी-कुप्.सी.सुदर्शन, सरसंघचालक, रा.स्व.संघनागपुर संघ मुख्यालय पर आतंकवादी हमले की जानकारी सरसंघचालक श्री कुप्.सी.सुदर्शन को 1 जून, 2006 की प्रात: 5.30 बजे मिली। उन्होंने इस पर जो प्रतिक्रिया दी, उसका अविकल पाठ यहां प्रस्तुत है। सं.दिनांक 1 जून को प्रात:काल नागपुर के संघ मुख्यालय पर जिहादी आतंकवादियों ने हमला करने का प्रयास किया। पिछले चार वर्षों से नागपुर का संघ मुख्यालय आतंकवादियों के निशाने पर रहा है। संसद, अक्षरधाम, वाराणसी, अयोध्या, कांग्रेस शिविर, डोडा में हिन्दुओं की हत्या आदि आतंकवादी हमलों की कड़ी में ही यह हमला था। इस प्रकार की आतंकवादी कार्रवाई से आतंकवादियों का उद्देश्य समाज में भय, अराजकता तथा अव्यवस्था पैदा करना होता है। सरकारी तंत्र की सतर्कता और पुलिस प्रशासन की तत्परता के कारण इन सभी जिहादी हमलावर आतंकवादियों को मार गिराया गया। उनकी यह सतर्कता तथा तत्परता अभिनंदनीय है। संघ उन सभी अधिकारियों का ह्मदय से अभिनंदन करता है। आतंकवादी देश के शत्रु हैं इसलिए सरकार को आवश्यकतानुसार उपयुक्त कानून बनाकर आतंकवादियों को कुचलने के लिए सब प्रकार के प्रयत्न करने चाहिए और सभी राजनीतिक दलों सहित जनता को इसमें सरकार का सहयोग करना चाहिए।स्वयंसेवकों से यह अपेक्षा है कि वे इस प्रकार की आतंकवादी कार्रवाई से उत्तेजित नहीं हों। वे शांति बनायें रखें और देश में अराजकता पैदा करने के आतंकवादियों के मंसूबों को विफल कर दें तथा सरकार आतंकवादियों को नष्ट करने के जो प्रयास कर रही है, उसमें यथासंभव सहयोग करें।38
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