|
केन्द्र की शह पर घुसपैठ बढ़ी
असम में पिछला सप्ताह जबर्दस्त चुनाव प्रचार का रहा। विभिन्न स्थानों पर मुख्य राजनीतिक दलों के नेताओं ने जनता के बीच जाकर अपने दल की नीति और भावी कार्यक्रमों की चर्चा की। भाजपा की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता श्री लालकृष्ण आडवाणी, अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह, वैंकेया नायडू, सुषमा स्वराज, प्रमोद महाजन और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी के अलावा सिनेमा और टेलीविजन से जुड़े कलाकारों ने चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया। असम में भाजपा संगठन प्रभारी वी.सतीश भी आत्मविश्वास और उत्साह से भरे दिखे। कांग्रेस की ओर से श्रीमती सोनिया गांधी, डा. मनमोहन सिंह, दिग्विजय सिंह, तरुण गोगोई आदि नेता प्रचार में निकले। भाजपा की ओर से बंगलादेशी घुसपैठ और राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था को मुख्य मुद्दा बनाया गया। यहां प्रस्तुत हैं वरिष्ठ भाजपा नेताओं द्वारा घुसपैठ व अन्य विषयों पर दिए गए वक्तव्य-
लालकृष्ण आडवाणी, नेता, प्रतिपक्ष
राज्य सरकार घुसपैठ रोकने में पूरी तरह नाकाम रही है। महंगाई बढ़ रही है, कानून-व्यवस्था बिगड़ रही है। केन्द्र ने विदेशी नागरिक कानून में संशोधन के रूप में आई.एम.डी.टी. को फिर से लागू किया है। वह घुसपैठ की शक्ल में बाहरी आक्रमण को उकसाने की अपराधी है। यह धारा 355 का भी उल्लंघन करने जैसा है, जिसके अंतर्गत केन्द्र की जिम्मेदारी होती है कि वह बाहरी आक्रमण और आंतरिक गड़बड़ी से राज्य की रक्षा करे।
राजनाथ सिंह, अध्यक्ष, भाजपा
असम में बंगलादेशी घुसपैठियों की संख्या निरंतर बढ़ती जा रही है। विदेशी नागरिक कानून में संशोधन करके कांग्रेस ने घुसपैठियों की मदद की है। अबाधित घुसपैठ के कारण असम ही नहीं, पूरे देश का जनसांख्यिक स्वरूप बदल रहा है।
वैंकेया नायडू, वरिष्ठ भाजपा नेता
इस वक्त असम में मुस्लिमों की 30 प्रतिशत से ज्यादा आबादी है और अगर बंगलादेशी घुसपैठ इसी रफ्तार से जारी रही तो अगले विधानसभा चुनाव तक यह संख्या बढ़कर 50 प्रतिशत तक हो सकती है। ऐसे में वह दिन दूर नहीं है कि जब राज्य पर एक बंगलादेशी मुख्यमंत्री शासन कर रहा होगा।
सुषमा स्वराज, वरिष्ठ भाजपा नेता
असम में पांच साल के कांग्रेस राज में आतंकवाद, घुसपैठ, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बढ़ा है।
नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री, गुजरात
वोटों के लिए बंगलादेशी घुसपैठियों को शह देने वाली कांग्रेस सरकार ने राज्य में पर्याप्त प्राकृतिक संसाधनों के बावजूद विकास की ओर ध्यान नहीं दिया।
प्रमोद महाजन, असम चुनाव प्रभारी
देश में अवैध रूप से प्रवेश करने वाले विदेशियों के लिए भारत कोई धर्मशाला नहीं है। बंगलादेशियों को असम से जाना होगा।
10
टिप्पणियाँ