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प्रतिनिधिगत 18 नवम्बर को सिलीगुड़ी (प. बंगाल) में विद्या भारती (बंग क्षेत्र) के नवनिर्मित शताब्दी भवन का उद्घाटन कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। अखण्ड परमधाम आश्रम (हरिद्वार) के संस्थापक युगपुरुष स्वामी परमानंद जी द्वारा लोकार्पित इस भवन में विद्या भारती के उत्तर बंग तथा पूर्व क्षेत्र का कार्यालय एवं आचार्य प्रशिक्षण केन्द्र होगा। इसी शताब्दी भवन में भाऊराव देवरस पुस्तकालय भी स्थापित किया गया है जिसका उद्घाटन विद्या भारती के उपाध्यक्ष एवं गुवाहाटी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा. निर्मल कुमार चौधरी ने किया। कार्यालय के मुख्य द्वार का उद्घाटन किया एवरेस्ट विजेता तेनसिंग नोर्गे के प्रेरणा पुरुष श्री रवीन्द्र नाथ मित्र ने। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थे विद्या भारती के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री ब्राहृदेव शर्मा “भाई जी”। विद्या भारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण भाला ने बताया कि राष्ट्र सेविका समिति की संस्थापिका वंदनीया लक्ष्मी बाई केलकर “मौसी जी”, रा.स्व.संघ के द्वितीय सरसंघचालक पूज्य श्री गुरुजी, विश्व हिन्दू परिषद के संस्थापक दादा साहब आपटे तथा महान क्रांतिकारी शहीद चन्द्रशेखर आजाद की जन्म जयंतियों के साथ-साथ स्वदेशी आंदोलन, बंगभंग विरोधी आंदोलन के शताब्दी वर्ष के अवसर पर यह भवन बनाया गया है। इससे सिक्किम, बंगाल, उड़ीसा तथा अंदमान में चल रहे विद्या भारती (पूर्व क्षेत्र) के 850 विद्यालयों, 550 शिशु वाटिकाओं, 150 संस्कार केन्द्रों तथा 50 एकल विद्यालयों का सुचारू रूप से संचालन हो सकेगा।प्रतिनिधि22
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