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भोपाल में शिवराज- भोपाल से अनिल सौमित्रपरिवर्तनों के दौर अब बंद हों,राज करना शुरू करे भाजपामध्य प्रदेश में जिस तरह का राजनीतिक घटनाक्रम हुआ उसकी किसी को कल्पना नहीं रही होगी। भाजपा के पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री और मध्य प्रदेश भाजपा अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान 20 नवम्बर को मुख्यमंत्री बने। श्री चौहान मध्य प्रदेश के 23वें मुख्यमंत्री हैं। इससे पूर्व 28 नवम्बर को भाजपा विधायक दल की बैठक में भाजपा के पांचों महासचिव संजय जोशी, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, प्रमोद महाजन और उमा भारती मौजूद थे। इस बैठक में 157 विधायकों ने भाजपा संसदीय बोर्ड के निर्णय के पक्ष में अपना फैसला दिया जबकि 14 विधायकों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया। 28 नवम्बर को ही भाजपा कार्यालय में राष्ट्रीय महासचिव अरुण जेटली ने संसदीय बोर्ड का प्रस्ताव विधानमंडल की सहमति के लिए रखा। विधानमंडल के नेता के रूप में पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने शिवराज सिंह चौहान का नाम प्रस्तावित किया। हिम्मत कोठारी ने समर्थन किया। अरुण जेटली ने शिवराज सिंह चौहान को विधायक दल का नेता चुने जाने की घोषणा की। और इस तरह शिवराज मुख्यमंत्री बने।NEWS
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