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हिन्दू घटने से बढ़ते खतरे-दिल्ली ब्यूरोजार्ज बोले-मैं इस देश को लूटने की इजाजत नहीं दूंगा।मेरा तो एक ही देश है। लेकिन कुछ लोगों ने तो एक से ज्यादा देश अपने बनाए हुए हैं। इस देश में भ्रष्टाचार की जड़ एक खानदान है। इस खानदान से ही देश को सबसे गंभीर खतरा है।-दक्षिण अफ्रीकी कंपनी डेनल द्वारा राजग सरकार के समय हथियारों की आपूर्ति पर रिश्वत दिए जाने के मामले में जवाब देते हुए श्री फर्नांडीस(22 अप्रैल, 2005)शाबाश दयानिधिकम्प्यूटर बनाने वाली कंपनियों (ओईएम) के लिए अब कम्प्यूटरों में प्रमुख भारतीय भाषाओं के मुद्रांक(फॉन्ट्स) डालना जरुरी होगा। सरकार इसके लिए जल्द ही एक योजना बना रही है। संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री दयानिधि मारन ने कहा कि मातृभाषा वाले मुद्रांक(फॉन्ट्स) के प्रसार की पहल पूरी होने के बाद ओईएम द्वारा इन मुद्रांक(फॉन्ट्स) को चढ़ाना बताया जाएगा। मारन ने कहा कि देश की कुल जनसंख्या का 5 फीसदी से भी कम हिस्सा अंग्रेजी बोलता है, इसलिए कम्प्यूटरों में प्रमुख भारतीय भाषाओं के मुद्रांक (फॉन्ट्स) मुफ्त होना जरुरी है।सेकुलर तालिबान बोले तो यूं बोले- गांधी और जिन्ना दोनों महानरक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी ने कहा कि अगर हिन्दू-मुस्लिम एकता वाले ऐतिहासिक “लखनऊ समझौते” को संविधान में समाहित कर लिया गया होता तो शायद न देश का बंटवारा होता और न ही जिन्ना की कोई गलत तस्वीर हमारे मन में होती।मुखर्जी नई दिल्ली में 14 अप्रैल को “जिन्ना-ए करेक्टिव रीडिंग आफ इंडियन हिस्ट्री” नामक पुस्तक का लोकार्पण कर रहे थे। इस मौके पर मौजूद पेट्रोलियम मंत्री मणिशंकर अय्यर ने भी मुखर्जी के विचारों से सहमति जताते हुए कहा कि इतिहास में सुधार की हमेशा गुंजाइश रहती है। गांधी एवं जिन्ना दोनों ही महान नेता थे, जिन्होंने अपने-अपने देश का भविष्य संवारा। (डेली हिन्दी मिलाप, हैदराबाद, 15 अप्रैल, 2005)NEWS
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