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मामल्लपुरम के पास मिले 2000 वर्ष पुराने मन्दिर के भग्नावशेषों का निरीक्षण करते हुए पुरातत्व विभाग के अधिकारी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने हाल ही में तमिलनाडु के विश्व प्रसिद्ध मामल्लपुरम ऐतिहासिक स्मारक से कुछ कि.मी. दूर सागर किनारे एक प्रचीन मंदिर के अवशेषों को खोज निकाला है। ईटों से बना यह मन्दिर भगवान मुरुगन का है और ईसा पूर्व पहली शताब्दी से लेकर दूसरी ईसवीं शताब्दी में इस मंदिर का निर्माण पल्लव राजाओं के द्वारा किया गया, ऐसी सम्भावना पुरातत्ववेत्ताओं ने प्रकट की है। इसके पूर्व भी विगत जुलाई मास में मामल्लपुरम में पल्लव राजाओं द्वारा निर्मित एक प्राचीन मन्दिर पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरान मिला था। पुरातत्व विभाग के मुख्य पुरातत्वविद् टी.सत्यमूर्ति के अनुसार, “यह मन्दिर 2000 वर्ष पुराना तो है ही।” मन्दिर के निर्माण में 40न्20न्7 से.मी. की ईंटें प्रयोग में लायी गयीं और ये अभी भी जस की तस हैं। इस प्रकार की ईंटों से निर्मित अन्य पुरातात्विक अवशेष भी अलग-अलग स्थानों पर पुरातत्व विभाग को पहले प्राप्त हुए थे।NEWS
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