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कोलकाता पुलिस के गजट में छपींरिश्वत की दरें- बासुदेव पालपुलिस गजट की छायाप्रति जिसमें रिश्वतकी दरें छपी हैंपश्चिम बंगाल की कोलकाता पुलिस देश में संभवत: पहला ऐसा पुलिस तंत्र है जिसने रिश्वत की दरें निर्धारित करने के साथ ही इसे पुलिस गजट में प्रकाशित कर दिया है। पुलिस गजट में रिश्वत की दरों की सूची प्रकाशित होने के बाद राज्य में हडकंप मचा हुआ है और स्वयं मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य, जिनके पास पुलिस विभाग भी है, रिश्वत की दरों की सूची पढ़ने के बाद हैरत में हैं। फिलहाल, मुख्यमंत्री ने गजट में रिश्वत की दरों को प्रकाशित करने के मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। कोलकाता पुलिस के इस गजट का प्रकाशन गत 7 सितम्बर को हुआ था। गजट प्रकाशित होने के बाद खुलासा हुआ कि पुलिस ने बंदीगृह में विभिन्न “सुविधाओं” के बदले रिश्वत के रूप में ली जाने वाली रकम का निर्धारण कर दिया है। गजट में सियालदाह थाने के बंदीगृह में ली जाने वाली रिश्वत की रकम का सिलसिलेवार ब्यौरा पेश करते हुए बताया गया है कि रिश्वत की यह दर 1 मार्च, 05 से लागू की जा चुकी है। गजट में प्रकाशित दर के अनुसार अभियुक्त से बातचीत के लिए पचास रुपए, हिरासत में बंद किसी आरोपी की तलाश के लिए बीस रुपए, बंदीगृह के बाहर अभियुक्त को नाश्ता व विदेशी शराब उपलब्ध कराने के लिए दो सौ रुपए तथा मोबाइल फोन से बातचीत कराने के लिए सौ रुपए का भुगतान करना होगा। रिश्वत की दरों को प्रकाशित करने वाला यह पुलिस गजट कोलकाता पुलिस के खुफिया विभाग के प्रमुख जी. सिंह के हस्ताक्षर से जारी किया गया है। गजट प्रकाशित होने के बाद कोलकाता पुलिस के अधिकारी दाएं-बाएं देख रहे हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि ऐसा कैसे हुआ?NEWS
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