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राजनीतिक संकेत सही मिले हैं, अब उद्योगपति अवसर का लाभ उठाएंगे-आनन्द महिन्द्रा, प्रबंध निदेशक, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्राभारतीय उद्योग परिसंघ (सी.आई.आई.)के अध्यक्ष एवं महिन्द्रा एंड महिन्द्रा लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री आनंद महिन्द्रा ने पाञ्चजन्य से बातचीत में कहा कि किसी भी देश में पूंजीनिवेश से पहले उद्योगपति राजनीतिक वातावरण के बारे में आकलन करते हैं। अगर राजनीतिक संकेत ठीक मिलते हैं और अपने देश की सरकार का वहां की सरकार के साथ राजनीतिक स्तर पर अच्छा तालमेल बैठ जाता है तो उद्योगपतियों को आगे बढ़ने में संकोच नहीं होता। चीन के साथ उद्योग और व्यापार बढ़ाने के लिए भारत से राजनीतिक संकेत बहुत ही अच्छे मिले हैं, बल्कि भारत के राजनेता कह रहे हैं कि भगवान के लिए चीन जाइए और जितना व्यापार हो सकता है, करिए। जितने उद्योग स्थापित हो सकते हैं, स्थापित करिए। अभी तक भारतीय उद्योगपतियों और व्यापारियों ने चीन में उत्साहजनक उपलब्धियां हासिल कीं और इस वर्ष का व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में है जो कि एक अभूतपूर्व घटना है। भारत से चीन को ज्यादा इस्पात का निर्यात किया जा रहा है तथा बड़ी संख्या में गाड़ियों के कलपुर्जे भी निर्यात किए जा रहे हैं। तो फिर भारत से कारें और ट्रैक्टर क्यों नहीं निर्यात किए जा सकते? अब इसकी संभावना तलाशी जा रही है। चीन में महिन्द्रा आटोमोबाइल्स की स्कारपियो गाड़ियां भी निर्यात की जा रही हैं और उसकी संख्या भी बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। पर चीन में काम करने की संभावनाएं अनंत हैं। यह भारतीय उद्योगपतियों के आत्मवि·श्वास पर निर्भर करता है कि वे इस परिस्थिति का कितना दीर्घकालिक उपयोग कर सकते हैं। श्री आनंद महिन्द्रा ने बताया कि चीन की टेलीकाम कंपनी दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में है। वे भारत से दूरसंचार क्षेत्र में सहयोग चाहते हैं और हमारे साफ्टवेयर का उपयोग करना चाहते हैं। हम इस बात की संभावना तलाश रहे हैं कि महिन्द्रा-ब्रिटिश टेलीकाम के साथ चाइना टेलीकाम का तालमेल बैठ जाए।श्री महिन्द्रा ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि चीन निर्माण के क्षेत्र में काफी आगे है और भारत साफ्टवेयर के क्षेत्र में। भारत में भी उत्पादन और निर्माण क्षेत्र को मजबूत बनाने की जरूरत है वरना हम प्रतिस्पद्र्धा में बहुत आगे नहीं बढ़ पाएंगे।26
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