दिंनाक: 04 Jul 2002 00:00:00 |
|
कृपालु पाठक इस स्तम्भ हेतु हिन्दी की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अंग्रेजी के अस्वीकार्य प्रयोग के उदाहरण हमें भेजें। भेजने का तरीका यह है कि जिस लेख, सम्पादकीय, समाचार आदि में अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग उन्हें खटकने वाला और अनावश्यक प्रतीत हो, उसकी एक कतरन अथवा मूल अंश की छाया प्रति हमें भेज दें। कतरन या छाया प्रति के नीचे समाचार पत्र या पत्रिका का नाम, उसके प्रकाशन की तिथि तथा पत्र-पत्रिका के प्रकाशन के स्थान का स्पष्ट उल्लेख करना आवश्यक है। साथ में अपना पता भी साफ- साफ लिखकर भेजें। प्रत्येक प्रकाशित उदाहरण पर 50 रुपए का पुरस्कार है। जो पाठक अस्वीकार्य शीर्षक के स्थान पर प्रयुक्त हो सकने वाले शीर्षक का स्वीकार्य सुझाव भी भेजेंगे, उन्हें 50 रु. का अतिरिक्त पुरस्कार दिया जाएगा। पता-ऐसी भाषा-कैसी भाषा?पाञ्चजन्य,संस्कृति भवन,देशबंधु गुप्ता मार्ग, झण्डेवाला, नई दिल्ली-110055रोमांचक ड्रामे से कम नहीं थाबालयोगी का स्पीकर बननानयी दिल्ली से प्रकाशित दैनिक जागरण केपटना से प्रकाशित दैनिक जागरण के4 मार्च, 2002 के अंक सेइसे भेजने वाले हैं- श्री शक्तिरमण कुमार प्रसादपथ संख्या-17, श्रीकृष्णनगरपटना (बिहार)और इनका सुझावउक्त पंक्ति इस प्रकार भी लिखी जा सकती थी-रोमांचक नाटक से कम नहीं थाबालयोगी का अध्यक्ष बनना10
टिप्पणियाँ