विश्लेषण गणेश शंकर विद्यार्थीः तमंचे से भी तेज थी जिनकी कलम की धार, सदैव पत्रकारिता जगत के आदर्श रहेंगे गणेश शंकर विद्यार्थी
भारत महान क्रांतिकारी, वनवासी अस्मिता संस्कृति के रक्षक भगवान बिरसा मुंडा, धरती आबा ने दिया था नारा- “अबुआ दिशोम अबुआ राज”