Balrampur Hindu Conversion case: मौलाना छांगुर ऊर्फ जलालुद्दीन का हिंदुओं का कन्वर्जन का घिनौना खेल उस समय से चल रहा था जब केंद्र में कांग्रेस और उत्तर प्रदेश में मायावती की सरकार थी। साल 2010 से ही मौलाना छांगुर गरीब, वंचित और असहाय हिंदुओं को बरगलाकर, धमकाकर और पैसों के बल पर इस्लाम में कन्वर्ट करा रहा था।
यह खुलासा खुद नीतू उर्फ नसरीन व छांगुर ने पूछताछ में जांच एजेंसियों को बताया है। अब जांच एजेंसियां मौलाना छांगुर उर्फ जलालुद्दीन (Maulana Changur alias Jamaluddin) को उत्तर प्रदेश के बलरामपुर (Balrampur Hindu conversion case) ले जाकर अवैध कन्वर्जन से जुड़े दस्तावेज हासिल करने की कोशिश कर रही है।
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मौलाना छांगुर और उसके गिरोह के अन्य सदस्यों की जानकारी भी जुटाई जा रही है। उसकी संपत्तियों और विदेशी खातों से होने वाली फंडिंग का भी पता लगाया जा रहा है। इस बात की जानकारी यूपी के एडीजी कानून-व्यवस्था अमिताभ यश ने दी है। ईडी ने भी मौलाना छांगुर और उसके सदस्यों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ईडी ने छांगुर और उसके करीबियों के 40 बैंक खातों की जानकारी जुटाने के बाद उसके पिछले 10 सालों के आयकर रिटर्न का भी ब्योरा मांगा है।
500 करोड़ की फंडिंग में 300 करोड़ नेपाल के जरिए आये
मौलाना छांगुर को पिछले तीन सालों में 500 करोड़ की विदेशी फंडिंग हुई थी। इसमें से 200 करोड़ के फंडिंग की पुष्टि हो चुकी है। सुरक्षा एजेंसियों की माने तो शेष 300 करोड़ की फंडिंग छांगुर को नेपाल के जरिए हुई है। छांगुर के हिंदुओं के कन्वर्जन के गिरोह का दुबई और अन्य इस्लामिक देशों से कनेक्शन पहले ही सामने आ चुका है।
पांचजन्य ने 3 साल पहले एक रिपोर्ट के जरिए किया था कन्वर्जन के खेल का खुलासा
पाक, दुबई, सऊदी और तुर्किये से भेजे गये पैसे
मौलाना छांगुर उर्फ जलालुद्दीन यूपी ही नहीं, बल्कि देश में बड़े तादाद पर हिंदुओं का कन्वर्जन कराकर मुस्लिम आबादी को बढ़ाना चाहता था। उसके निशाने पर असहाय हिंदू होते थे और उसने पैसों के बल पर स्थानीय प्रशासन में अच्छी पैठ बना ली थी। तीन से चार हजार हिंदु मौलाना छांगुर के टारगेट में थे और 1500 हिंदू युवतियों को वह कन्वर्ट करा चुका था। हिंदुओं के कन्वर्जन का यह खेल पैसों, डर और दबदबे के बल पर चल रहा था। पाकिस्तान, दुबई, सऊदी अरब और तुर्किये से उसे कन्वर्जन के लिए फंडिंग मिली थी। इन सभी बातों का दावा मीडिया रिपोर्ट्स में किया गया है। यह भी कहा गया है कि नेपाल के जरिए आने वाले पैसों में एजेंट चार से पांच प्रतिशत अपना कमीशन काटकर छांगुर तक पैसे पहुंचा दिया करते थे।
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