वाराणसी । जनपद के कैंट थाने की पुलिस और एसओजी टीम ने सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर, दिल्ली, हरियाणा, जम्मू कश्मीर और यूपी की 14 महिलाओं से 50 लाख रुपए ठगने के आरोपी मुनफेद को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी मुनफेद मथुरा के गोवर्धन थाना क्षेत्र का रहने वाला है। संयुक्त कार्रवाई में चर्चित पुलिस आयुक्त के पीआरओ रहे दरोगा दीपक कुमार राणावत और गोरखपुर के दरोगा अभिजीत सिंह का फेसबुक और व्हाट्सएप पर फर्जी अकाउंट बनाने वाले का भी खुलासा हो गया। फर्जी अकाउंट के जरिए मुनफेद ने मैनपुरी की अनीता यादव से 16 लाख रुपए ठगे थे।
डीसीपी क्राइम सरवणन टी ने बताया कि 27 मई को मैनपुरी की रहने वाली अनीता यादव पुलिस आयुक्त से शिकायत की थी। अनीता के अनुसार फेसबुक के जरिए 2024 में सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार राणावत से उसकी बातचीत शुरू हुई। धीरे धीरे फोन से संपर्क बना। अनीता ने अपने बेटे के लिए सरकारी नौकरी की बात रखी। उधर मुनफेद फर्जी तरीके सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार राणावत बनकर घटना को अंजाम देने में जुट गया। अपने दोस्त संदीप को मैनपुरी अनीता यादव के पास भेजकर अगस्त 2024 में 16 लाख रुपए सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर मंगवाए। न बेटे को नौकरी मिली और न पैसा वापस मिला।
डीसीपी क्राइम को मामले की जांच पुलिस आयुक्त द्वारा सौंपी गई। अनीता से दो बार बातचीत में इस्तेमाल मोबाइल नंबरों को सर्विलांस से खंगाला गया। फेसबुक अकाउंट से चैटिंग से संबंधित डिवाइस के आईपी एड्रेस की मदद से पता किया गया तो चौंकाने वाला सच सामने आया। मुनफेद फर्जी तरीके सब इंस्पेक्टर दीपक कुमार राणावत बनकर बातचीत किया करता था। मुनफेद के गिरफ्तारी से कई और रहस्य सामने आए। 14 महिलाओं से 50 लाख रुपए वो ठगी कर चुका था। दरोगा दीपक कुमार राणावत को क्लीन चिट दी गई है।
मुनफेद ने बताया कि मेवात से सटा उसका गांव देवसेरश साइबर ठगी के लिए काफी चर्चित है। स्नातक की परीक्षा के बाद दरोगा भर्ती का परीक्षा दी थी। सफलता न मिलने से मायूस हो गया। फेसबुक पर देखा कि पुलिस वाले दीपक कुमार राणावत और गोरखपुर के अभिजीत की फैन फॉलोइंग अच्छी है। दोनों के अकाउंट से फोटो वीडियो निकाल लिया। दोनों के नाम से फर्जी अकाउंट बनाया। 40 से 50 साल की महिलाएं टारगेट पर रहती थी। उन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर चैटिंग शुरू कर देता था। जो महिला विधवा या तलाकशुदा होती तो वो झांसे में जल्दी आ जाती। बात में फंसा कर दीपक कुमार राणावत या अभिजीत का दोस्त संदीप बनकर पैसा उठा लेता था।
मुनफेद दो मोबाइल से कई फेसबुक और व्हाट्सएप चलाता था। मथुरा की 6, आगरा की 3, हरियाणा, जम्मू और बलिया की एक – एक महिलाओं को मुनफेद ने ठगा है। सब इंस्पेक्टर दीपक बनकर सबसे ज्यादा मथुरा की उदिता शर्मा से 27 लाख ठगे। मुनफेद के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई करने की तैयारी है। अपराध से अर्जित संपत्ति कुर्क की जाएगी।
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