देहरादून: हरिद्वार में भूमि खरीद घोटाले में आरोपी दो आई ए एस, एक पीसीएस सहित दस अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस की जांच के आदेश धामी सरकार ने कर दिए हैं। तेज तर्रार आईपीएस रचिता जुयाल को ये जांच सौंपी गई है।
हरिद्वार नगर निगम में टचिंग ग्राउंड की भूमि खरीद मामले में करोड़ों रुपयों के घपले की शिकायत पर धामी सरकार ने सचिव रणबीर सिंह चौहान को जांच सौंपी थी, जिसकी रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया में डीएम हरिद्वार, निगम के नगर आयुक्त और एसडीएम को आरोपी माना गया।
जिसके बाद उक्त तीनों को सरकार ने निलंबित कर दिया था, उससे पूर्व सात अन्य अधिकारियों को निलंबित किया जा चुका है। इस मामले विजिलेंस जांच के साथ-साथ एक अन्य प्रशासनिक जांच भी होने की बात कही जा रही है, जिसमें किसी वरिष्ठ आईएएस की नियुक्ति की जा सकती हैं।
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जानकारी के अनुसार, इस घोटाले के बाद प्रशासनिक निर्देश के बाद तमाम बैंक खातों को बैंक द्वारा सील किया जा चुका है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी सूरत में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, चाहे कितना ही बड़ा अधिकारी क्यों न हो। श्री धामी ने कहा कि अभी तक दो सौ से अधिक भ्रष्टाचारी जेल भेजे जा चुके हैं।
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