भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले लोगों की धरपकड़ तेज कर दी है। इसी क्रम में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में ठाणे निवासी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार (29 मई) को इसकी पुष्टि की, लेकिन उन्होंने आरोपी के नाम का खुलासा नहीं किया। अधिकारी ने बताया कि आरोपी मुंबई स्थित एक अहम संगठन के लिए काम करता था। उसे एक पाकिस्तानी एजेंट ने ‘हनीट्रैप’ में फंसाया था। पाकिस्तानी एजेंट ने महिला बनकर आरोपी के साथ फेसबुक पर दोस्ती की थी।
उन्होंने यह भी बताया कि आरोपी ने नवंबर 2024 से मार्च 2025 तक व्हाट्सऐप के जरिए ‘पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव’ के साथ एक महत्वपूर्ण प्रतिष्ठान के बारे में संवेदनशील जानकारी साझा की थी। गुप्त सूचना के आधार पर एटीएस की ठाणे इकाई ने दो अन्य लोगों के साथ आरोपी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। शुरुआती पूछताछ के बाद उस व्यक्ति को सरकारी गोपनीयता अधिनियम की धारा 3 (जासूसी से संबंधित) और भारतीय न्याय संहिता की धारा 61 (2) (आपराधिक साजिश) के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, हिरासत में लिए गए अन्य दो लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। मामले में आगे की जांच जारी है।
राजस्थान : जासूसी के आरोप में शकूर खान गिरफ्तार
राजस्थान में गुरुवार (29 मई) दोपहर को राज्य सरकार के कर्मचारी शकूर खान मंगलियार को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के संदेह में हिरासत में लिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स में मंगलियार के साथ कांग्रेस का कनेक्शन होने की बात सामने आई है। अधिकारी एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और मंगलियार के बीच संदिग्ध संबंधों की जांच भी कर रहे हैं। आरोपी को पूछताछ के लिए जयपुर ले जाया जा सकता है।
दिल्ली से सीआरपीएफ जवान गिरफ्तार
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार (26 मई) को दिल्ली से सीआरपीएफ के जवान मोती राम जाट को पाकिस्तान के खुफिया अधिकारियों को संवेदनशील जानकारी साझा करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। जांच एजेंसी के अनुसार, मोती राम 2023 से जासूसी गतिविधियों में शामिल था। उसने पाकिस्तान के हैंडलर्स के साथ राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी साझा की। इसके लिए उसे अलग-अलग माध्यमों से मोटी रकम मिली थी। फिलहाल, सीआरपीएफ जवान से पूछताछ जारी है। पटियाला हाउस की एक विशेष अदालत ने उसे 6 जून तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है।
यूपी एटीएस ने तुफैल, हारुन को किया गिरफ्तार
इससे पहले यूपी एटीएस ने 24 मई को वाराणसी निवासी मोहम्मद तुफैल और दिल्ली के सीलमपुर निवासी हारुन को गिरफ्तार किया था। इन पर पाकिस्तान के लिए जासूसी करने का आरोप है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पहलगाम आतंकी हमले के बाद मोहम्मद तुफैल के मोबाइल से कुछ व्हाट्सएप चैट डिलीट हुए थे। वहीं, कबाड़ का काम करने वाले हारुन को लेकर यह खुलासा किया गया था कि वह पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी मुजम्मल हुसैन के साथ मिलकर पाकिस्तान का वीजा दिलवाने के नाम पर अवैध धन वसूली कर रहा है और उसके साथ राष्ट्र हित से जुड़ी सुरक्षा संबंधित सूचना साझा कर देश-विरोधी गतिविधियों में लिप्त है। एटीएस तुफैल और हारुन से नए सिरे से पूछताछ कर रही है। दोनों से उनके संपर्क में रहे अन्य युवकों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। इनके साथ ही मुरादाबाद से पकड़े गए आइएसआइ एजेंट शहजाद से भी पूछताछ जारी है।
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