ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों से पाकिस्तानी जासूसों का पकड़ा जाना लगातार जारी है। इसी क्रम में राजस्थान के जैसलमेर से एक सरकारी कर्मचारी साकुर खान मांगणियार को खुफिया एजेंसियों की एक संयुक्त टीम ने गिरफ्तार किया है। इस बीच एजेंसियों को पता लगा है कि सीमावर्ती क्षेत्र के एक वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और पकड़े गए साकुर खान के बीच भी संबंध हैं, जिसकी जांच शुरू कर दी गई है।
क्या है पूरा मामला
लाइव हिन्दुस्तान की रिपोर्ट के अनुसार, साकुर खान मांगणियार जैसलमेर में पाकिस्तान की सीमा से लगे बाड़ौदा गांव की मांगणिया की ढाणी से आता है। खुफिया एजेंसियां पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वालों के नेटवर्क को खंगाल रही थीं, तो उसी दौरान उन्हें मांगणियार खान पर शक हुआ। इसके बाद उन्होंने जब इसकी कुंडली निकाली तो पता चला कि अब तक कम से कम 7 बार पाकिस्तान होकर आया है। इसके बाद पिछले एक सप्ताह से एजेंसियां उस पर नजर बनाए हुए थीं।
जब एजेंसियों को कुछ गड़बड़ लगा तो उन्होंने मांगणियार को गिरफ्तार कर लिया। उसके फोन से एजेंसियों को पाकिस्तान के कई सारे नंबर्स मिले हैं। इसके अलावा उसने कई फाइलों को भी डिलीट किया है, जिसे रिकवर करने की कोशिशें की जा रही हैं। जब जांच एजेंसियों पूछताछ की तो वह किसी भी सवाल का संतोषजनक जवाब नहीं दे सका। खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि उसके पाकिस्तानी दूतावास के किसी अधिकारी के साथ भी काफी अच्छे संबंध रहे हैं। मांगणियार के नाम पर दो बैंक खाते हैं, जिन्हें खंगाला जा रहा है।
कांग्रेस नेता से अच्छे संबंध
जांच एजेंसियों को जांच के दौरान यह भी पता चला है कि पाकिस्तान से सटी सीमा क्षेत्र के एक बड़े और वरिष्ठ कांग्रेस नेता से भी उसके अच्छे संबंध हैं। इसकी जांच की जा रही है। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियों ने किसी भी प्रकार की राजनीतिक टिप्पणी से इंकार कर दिया है, लेकिन बताया जाता है कि पिछली यानि कि अशोक गहलोत की सरकार के दौरान मांगणियार एक कांग्रेस के पदाधिकारी के निजी सहायक के तौर पर काम करता था।
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