रूस ने लगाई 'एमनेस्टी' पर रोक, देश विरोधी प्रोजेक्ट्स चलाने के आरोप में ताला जड़ा अंतरराष्ट्रीय 'मानवाधिकार' संगठन पर
July 9, 2025
  • Read Ecopy
  • Circulation
  • Advertise
  • Careers
  • About Us
  • Contact Us
android app
Panchjanya
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
SUBSCRIBE
  • ‌
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • वेब स्टोरी
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • अधिक ⋮
    • जीवनशैली
    • विश्लेषण
    • लव जिहाद
    • खेल
    • मनोरंजन
    • यात्रा
    • स्वास्थ्य
    • धर्म-संस्कृति
    • पर्यावरण
    • बिजनेस
    • साक्षात्कार
    • शिक्षा
    • रक्षा
    • ऑटो
    • पुस्तकें
    • सोशल मीडिया
    • विज्ञान और तकनीक
    • मत अभिमत
    • श्रद्धांजलि
    • संविधान
    • आजादी का अमृत महोत्सव
    • मानस के मोती
    • लोकसभा चुनाव
    • वोकल फॉर लोकल
    • जनजातीय नायक
    • बोली में बुलेटिन
    • पॉडकास्ट
    • पत्रिका
    • ओलंपिक गेम्स 2024
    • हमारे लेखक
Panchjanya
panchjanya android mobile app
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • मत अभिमत
  • रक्षा
  • धर्म-संस्कृति
  • पत्रिका
होम विश्व

रूस ने लगाई ‘एमनेस्टी’ पर रोक, देश विरोधी प्रोजेक्ट्स चलाने के आरोप में ताला जड़ा अंतरराष्ट्रीय ‘मानवाधिकार’ संगठन पर

एमनेस्टी इंटरनेशनल ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर कई रिपोर्ट जारी की थीं, जिनमें रूस पर 'मानवता के खिलाफ अपराध' करने का आरोप लगाया गया था

by Alok Goswami
May 20, 2025, 12:17 pm IST
in विश्व, विश्लेषण
रूस के राष्ट्रपति पुतिन एमनेस्टी इंटरनेशनल के क्रियाकलापों पर कड़ी नजर रखे हुए थे

रूस के राष्ट्रपति पुतिन एमनेस्टी इंटरनेशनल के क्रियाकलापों पर कड़ी नजर रखे हुए थे

FacebookTwitterWhatsAppTelegramEmail

यूक्रेन के साथ युद्ध और संघर्षविराम के तनाव से गुजर रहे रूस ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन एमनेस्टी इंटरनेशनल को ‘अवांछनीय संगठन’ ठहराते हुए प्रतिबंधित कर दिया है। मॉस्को ने यह फैसला 2015 के कानून के तहत लिया गया है, जिसके अनुसार ऐसे संगठनों के साथ किसी भी तरह की साझेदारी रखने को अपराध माना जाता है। इस प्रतिबंध के तहत एमनेस्टी इंटरनेशनल को रूस में अपने सभी कार्य, परियोजनाएं बंद करनी होंगी। इतना ही नहीं, जो भी इस संगठन का समर्थन या सहयोग करता पाया जाएगा उसके विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की भी मुनादी की गई है।

रूस के महाअभियोजक कार्यालय ने इस बयान जारी किया है। इसमें एमनेस्टी इंटरनेशनल पर रूस विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया गया है। बयान के अनुसार, यह संगठन रूस को राजनीतिक और आर्थिक तौर पर दुुनिया से अलग करने का वातावरण पैदा करने के उद्देश्य से काम कर रहा था। यहां ध्यान रहे कि एमनेस्टी इंटरनेशनल ने रूस—यूक्रेन युद्ध पर कई रिपोर्ट जारी की थीं, जिनमें रूस पर ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ करने का आरोप लगाया गया था।

दूसरी तरफ एमनेस्टी इंटरनेशनल ने रूस के इस कदम पर अभी तक कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है। उल्लेखनीय है कि यह संगठन 1961 में स्थापित किया गया था। इसका काम है दुनिया भर में ‘मानवाधिकारों के उल्लंघन’ की रिपोर्टिंग और दस्तावेजीकरण करना। यह उन लोगों की रिहाई के लिए अभियान भी चलाता है, जिन्हें वह ‘अन्यायपूर्ण तरीके से कैद’ में होना मानता है। यहां यह भी जानना चरूरी है कि कई विशेषज्ञों ने इस संगठन को पश्चिमी वोक तत्वों से प्रेरित और संचालित भी बताया है। इस संगठन की अनेक रिपोर्ट विवादित रही हैं और इस पर एकपक्षीय होने का भी आरोप लगता रहा है।

Representational Image

रूस में ‘अवांछनीय संगठन’ की सूची में पहले 223 संस्थाएं पहले से दर्ज हैं। इस सूची में अनेक प्रमुख समाचार पत्र और अधिकार समूह भी शामिल हैं। इस सूची में दर्ज संगठनों के साथ किसी भी प्रकार का सहयोग रूस के कानून के तहत ‘अपराध’ माना जाता है और ऐसा करने वालों के लिए सख्त सजा का प्रावधान भी किया गया है।

स्वाभाविक तौर पर रूस के इस कदम की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा की जाएगी, जिनमें पश्चिमी देश सबसे आगे होंगे, क्योंकि, जैसा पहले बताया, इस संगठन द्वारा परोक्ष रूप से पश्चिमी हित को आगे रखते हुए चीजों पर एकपक्षीय राय बनाने वाला बताया जाता है। लेकिन व्याप के हिसाब से आज एमनेस्टी इंटरनेशनल विश्व का एक प्रमुख मानवाधिकार संगठन बन गया है। विभिन्न देशों में मानवाधिकार से जुड़े मामलों पर इसके अपने विशेषज्ञ सर्वे करके रिपोर्ट तैयार करते हैं। यह संगठन कौन से मामले देखेगा, इसका निर्धारण भी यह स्वयं करता है।

रूस द्वारा लगाया गया यह प्रतिबंध दिखाता है कि वह देश अपने हित के विरुद्ध किसी भी प्रकार की टीका—टिप्पणी या पर्यवेक्षण के प्रति कितना सख्त है। अन्य अनेक देशों के विपरीत ‘मानवाधिकार’ के नाम पर देश के हितों की बली देने अथवा किसी दबाव में आने को मॉस्को कभी तैयार नहीं रहा है।

रूस द्वारा एमनेस्टी इंटरनेशनल पर प्रतिबंध लगाने का यह फैसला राजनीतिक और कानूनी दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस प्रतिबंध के विरुद्ध पश्चिमी लॉबी कोई अभियान चला सकती है और रूस पर दबाव बना सकती है, उस पर मानवाधिकार उल्लंघन के कुछ नए आरोप भी मढ़ सकती है।

Topics: human rightsरूसrussiamoscowukraineएमनेस्टी इंटरनेशनलamnesty international banमानवाधिकार
ShareTweetSendShareSend
Subscribe Panchjanya YouTube Channel

संबंधित समाचार

ईरान से निकाले गए अफगान शरणा​र्थी   (फाइल चित्र)

‘मुस्लिम ब्रदरहुड’ के परखच्चे उड़ा रहे Iran-Pakistan, अफगानियों को देश छोड़ने का फरमान, परेशानी में ​Taliban

Iran hanged 21 amid Israel war

ईरान-इजरायल युद्ध: 12 दिन में 21 को फांसी, सुनवाई मात्र 10 मिनट

रूस के राष्ट्रपति पुतिन: रूस ईरान के साथ खड़े होने का संकेत दे रहा है

क्या मॉस्को Iran को दे सकता है हथियार? प्रधानमंत्री Modi की ईरानी राष्ट्रपति से फोन पर बात के मायने क्या?

भारत में ईरान के उपराजदूत मोहम्मद जावेद होसैनी

‘ग्लोबल साउथ की आवाज भारत युद्धविराम कराए’-ईरानी राजदूत की अपील, पुतिन और किम ने धमकाया अमेरिका को

Russia Ukraine war kidnapping 20000 children

Russia Ukraine War: 20,000 बच्चों के अपहरण का आरोप, जीनोसाइड की आशंका

नाइजीरिया में फिर ईसाइयों की हत्या की गई

नाइजीरिया में एक बार फिर 100 ईसाइयों की हत्या

टिप्पणियाँ

यहां/नीचे/दिए गए स्थान पर पोस्ट की गई टिप्पणियां पाञ्चजन्य की ओर से नहीं हैं। टिप्पणी पोस्ट करने वाला व्यक्ति पूरी तरह से इसकी जिम्मेदारी के स्वामित्व में होगा। केंद्र सरकार के आईटी नियमों के मुताबिक, किसी व्यक्ति, धर्म, समुदाय या राष्ट्र के खिलाफ किया गया अश्लील या आपत्तिजनक बयान एक दंडनीय अपराध है। इस तरह की गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

ताज़ा समाचार

गुरु पूर्णिमा पर विशेष : भगवा ध्वज है गुरु हमारा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नामीबिया की आधिकारिक यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डॉ. नेटुम्बो नंदी-नदैतवाह ने सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया।

प्रधानमंत्री मोदी को नामीबिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, 5 देशों की यात्रा में चौथा पुरस्कार

रिटायरमेंट के बाद प्राकृतिक खेती और वेद-अध्ययन करूंगा : अमित शाह

फैसल का खुलेआम कश्मीर में जिहाद में आगे रहने और खून बहाने की शेखी बघारना भारत के उस दावे को पुख्ता करता है कि कश्मीर में जिन्ना का देश जिहादी भेजकर आतंक मचाता आ रहा है

जिन्ना के देश में एक जिहादी ने ही उजागर किया उस देश का आतंकी चेहरा, कहा-‘हमने बहाया कश्मीर में खून!’

लोन वर्राटू से लाल दहशत खत्म : अब तक 1005 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण

यत्र -तत्र- सर्वत्र राम

NIA filed chargesheet PFI Sajjad

कट्टरपंथ फैलाने वालों 3 आतंकी सहयोगियों को NIA ने किया गिरफ्तार

उत्तराखंड : BKTC ने 2025-26 के लिए 1 अरब 27 करोड़ का बजट पास

लालू प्रसाद यादव

चारा घोटाला: लालू यादव को झारखंड हाईकोर्ट से बड़ा झटका, सजा बढ़ाने की सीबीआई याचिका स्वीकार

कन्वर्जन कराकर इस्लामिक संगठनों में पैठ बना रहा था ‘मौलाना छांगुर’

  • Privacy
  • Terms
  • Cookie Policy
  • Refund and Cancellation
  • Delivery and Shipping

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies

  • Search Panchjanya
  • होम
  • विश्व
  • भारत
  • राज्य
  • सम्पादकीय
  • संघ
  • ऑपरेशन सिंदूर
  • वेब स्टोरी
  • जीवनशैली
  • विश्लेषण
  • लव जिहाद
  • खेल
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म-संस्कृति
  • पर्यावरण
  • बिजनेस
  • साक्षात्कार
  • शिक्षा
  • रक्षा
  • ऑटो
  • पुस्तकें
  • सोशल मीडिया
  • विज्ञान और तकनीक
  • मत अभिमत
  • श्रद्धांजलि
  • संविधान
  • आजादी का अमृत महोत्सव
  • लोकसभा चुनाव
  • वोकल फॉर लोकल
  • बोली में बुलेटिन
  • ओलंपिक गेम्स 2024
  • पॉडकास्ट
  • पत्रिका
  • हमारे लेखक
  • Read Ecopy
  • About Us
  • Contact Us
  • Careers @ BPDL
  • प्रसार विभाग – Circulation
  • Advertise
  • Privacy Policy

© Bharat Prakashan (Delhi) Limited.
Tech-enabled by Ananthapuri Technologies