हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अली खान महमूदाबाद को ऑपरेशन सिंदूर के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर गिरफ्तार किया गया है। यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत महमूदाबाद ने ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रेस ब्रीफिंग करने वाली विंग कमांडर व्योमिका सिंह और कर्नल सोफिया कुरैशी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने दोनों महिला अधिकारियों को प्रेस ब्रीफिंग के लिए भेजने को दिखावा और ढोंग बताया था, जिससे विवाद हुआ था। इसके बाद हरियाणा महिला आयोग ने मामले पर स्वतः संज्ञान लेते हुए प्रोफेसर को नोटिस भेजकर उन्हें तलब किया था। आयोग ने प्रोफेसर के पोस्ट में प्रयुक्त शब्द नरसंहार, पाखंड, अमानवीकरण को आपत्तिजनक माना है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा राज्य महिला आयोग द्वारा संज्ञान लेने के कुछ दिनों बाद प्रोफेसर अली खान की गिरफ्तारी हुई है। आयोग ने नोटिस में कहा था कि प्रोफेसर की टिप्पणियों ने भारतीय सशस्त्र बलों में महिला अधिकारियों को कमतर आंका और सांप्रदायिक विवाद को बढ़ावा दिया। इसके बाद महमूदाबाद ने समन का जवाब देते हुए कहा कि ऑपरेशन सिंदूर और इसमें शामिल महिला अधिकारियों पर उनके सोशल मीडिया पोस्ट महिलाओं के प्रति द्वेषपूर्ण नहीं थे। उन्हें सेंसर किया जा रहा है। प्रोफेसर ने एक्स एक बयान जारी कर लिखा, “नोटिस के साथ संलग्न स्क्रीनशॉट से यह स्पष्ट होता है कि मेरी टिप्पणियों को पूरी तरह से गलत समझा गया है। आयोग के पास इस मामले में कोई अधिकार क्षेत्र नहीं है। महिला आयोग एक ऐसा निकाय है जो एक महत्वपूर्ण कार्य करता है। हालांकि, समन में यह उजागर नहीं किया गया है कि मेरी पोस्ट महिलाओं के अधिकारों या उनके लिए कानूनों के विपरीत कैसे है?”
अली खान महमूदाबाद ने क्या कहा?
महमूदाबाद ने महिला अधिकारियों द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर पर मीडिया ब्रीफिंग को दिखावा और सिर्फ पाखंड बताया है। महिला आयोग ने पिछले सप्ताह इस पर स्वतः संज्ञान लेते हुए प्रोफेसर के पोस्ट को लेकर नाराजगी जताई और उन्हें 14 मई सुबह 10 बजे पंचकूला में उपस्थित होने को कहा था। आयोग का आरोप है कि प्रोफेसर के पोस्ट में भारतीय सेना के प्रयासों को बदनाम करने का प्रयास किया गया और यह महिला सैनिकों के प्रति अपमानजनक है। साथ ही सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने की आशंका भी जताई गई। वहीं अपनी फेसबुक पोस्ट में महमूदाबाद ने कहा था, “मुझे कर्नल सोफिया कुरैशी की सराहना करते हुए इतने सारे दक्षिणपंथी टिप्पणीकारों को देखकर बहुत खुशी हुई। लेकिन शायद वे उतनी ही जोर से यह भी मांग कर सकते हैं कि मॉब लिंचिंग, मनमाने ढंग से बुलडोजर चलाने और भाजपा के नफरत फैलाने वाली राजनीति के शिकार लोगों को भी भारतीय नागरिक के तौर पर सुरक्षा दी जाए।”
कौन हैं अली खान महमूदाबाद
अली खान महमूदाबाद अशोका यूनिवर्सिटी में एसोसिएट प्रोफेसर के साथ राजनीतिक टिप्पणीकार और स्तंभकार भी हैं। उन्होंने कैंब्रिज से पीएचडी की है और राजनीति शास्त्र और इतिहास से डिग्री हासिल कर चुके हैं। इसके अलावा अली ने दमिश्क यूनिवर्सिटी से अरबी भाषा की पढ़ाई की है।
ऑपरेशन सिंदूर
भारतीय सेना ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई की सुबह ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था, जिसमें कई आतंकवादी मारे गए थे। इसके बाद कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने पाकिस्तान पर भारत द्वारा की गई सैन्य कार्रवाई ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ मीडिया ब्रीफिंग की थी।
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