पहलगाम आतंकी हमले के कई दिनों के बाद पुलवामा जिले के विभिन्न हिस्सों में इस हमले में शामिल आतंकवादियों का पता बताने वाले को ईनाम देने की घोषणा की गई है। ईनाम की रकम 20 लाख रुपए रखी गई है। जो पोस्टर लगाए गए हैं, वे उर्दू भाषा में छपे हैं। सलाथ ही पोस्टर में तीन अलग-अलग मोबाइल नंबर भी दिए गए हैं, जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि पहलगाम की बैसरन घाटी में पिकनिक मनाने गए 26 हिन्दुओं की 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस मामले में 7 मई को भारतीय सेनाओं ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत की। इसके तहत ही 7 मई की रात में भारतीय वायुसेना ने बड़ा अभियान चलाते हुए पाकिस्तान में 100 किलोमीटर अंदर तक घुसकर आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। चार दिन तक ऑपरेशन सिंदूर चला।
पाकिस्तान ने ही मांगा था बातचीत का समय
समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से पाकिस्तान के घुटने टेकने की कहानी बयां की है। एजेंसी ने बताया कि 9 मई की रात और 10 मई को तड़के भारत ने जो एयर स्ट्राइक पाकिस्तान पर की, वो उसकी कमर को तोड़ने वाला था। यहीं उसके सरेंडर का आधार बना। दरअसल, हुआ कुछ यूं कि भारत ने 7 मई को ही पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की और उसकी जानकारी पाकिस्तान के डीजीएमओ को दी। लेकिन, पाकिस्तान ने उससे अनसुना कर दिया।
फिर क्या था, ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करना शुरू कर दिया। चार दिन तक चले इस अभियान के दौरान पाकिस्तान के हर मंसूबे पर भारतीय सेनाओं ने पानी फेर दिया। भारत ने पाकिस्तान के एयरफील्ड्स को ध्वस्त कर दिया। इसके बाद पाकिस्तान को ये समझ आ गया कि अब बातचीत करना ही उचित रहेगा। इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री मार्क रुबियो ने पाकिस्तान के सेनाध्यक्ष असीम मुनीर से बात की और फिर भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर से भी बातचीत की और उन्हें बताया कि पाकिस्तान बातचीत करना चाहता है। इसके बाद 10 मई का दिन इसके लिए तय किया गया। दोपहर एक बजे दोनों ही देशों के बीच वार्ता हुई और शाम को सीजफायर हो गया।
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