भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद आज फिर सेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर तीनों सेनाओं के प्रमुख अधिकारियों ने कई अहम बातें बताईं। भारतीय वायुसेना की ओर से एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि हमारा मकसद सिर्फ आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाना था, न कि पाकिस्तान की सेना से लड़ाई करना। लेकिन पाकिस्तानी सेना ने इसे अपने ऊपर हमला मान लिया और जवाबी हमला करने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, “पाकिस्तान ने तुर्की और चीन के ड्रोनों और रॉकेटों के जरिए हमला किया, लेकिन हमारी वायु रक्षा प्रणाली ने उन सभी को हवा में ही नष्ट कर दिया। इसके बाद हमने जवाबी कार्रवाई की और पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस को बर्बाद कर दिया। हमने उनके कई एयरफील्ड्स को भी भारी नुकसान पहुँचाया। यह सब बिना सीमा पार किए किया गया।” एयर मार्शल ने साफ कहा कि पाकिस्तान को जो नुकसान हुआ है, उसके लिए खुद उनकी सेना जिम्मेदार है।
आखिर में एयर मार्शल भारती ने ‘रामचरितमानस’ की एक पंक्ति का जिक्र करते हुए कहा- “विनय न माने जलधि जड़, गए तीनि दिन बीति। बोले राम सकोप तब, भय बिनु होय न प्रीति।” आगे उन्होंने कहा कि समझदार के लिए इशारा काफी है।
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