‘ऑपरेशन सिंदूर’ और भारत पाकिस्तान के बीच बनी मौजूदा स्थिति पर जानकारी देने के लिए तीनों सेनाओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान एयर मार्शल ए.के. भारती ने कहा, “यह दुख की बात है कि हमने आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई की औऱ पाकिस्तानी सेना ने हस्तक्षेप करने का फैसला किया और वह भी आतंकवादियों के लिए, और इसलिए हमने जवाब देने का फैसला किया है।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को जबाव देना जरूरी था।
एयर मार्शल ए.के. भारती ने आगे कहा कि हमारे सारे वॉर सिस्टम पूरी तरह से हमारी आशाओं की कसौटी पर खरे उतरे हैं। हमने डटकर हर हमले का सामना किया। उन्होंने कहा कि हमारी स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली, आकाश एयर डिफेंस सिस्टम ने बहुत अच्छा काम किया। ये सब पिछले एक दशक में भारत सरकार के द्वारा दिए गए बजटीय और नीतिगत समर्थन के कारण ही ये संभव हो सका है। एय़र मार्शल एक भारती ने बताया कि पाकिस्तान के द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले सारे ड्रोन औऱ मानव रहित लड़ाकू, हवाई वाहनों की कई लहरों को हमारे स्वदेशी विकसित और अच्छी तरह से प्रशिक्षित एयर डिफेंस कर्मियों ने विफल कर दिया।
DGMO राजीव घई बोले-आतंकी हमलों का चरित्र बदला
वहीं डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव ने स्पष्ट किया कि बीते कुछ सालों के दौरान आतंकवादी हमलों का चरित्र बदला है। निर्दोष नागरिकों पर लगातार हमले किए जा रहे थे। वर्ष 2024 में 2024 शिवखोरी मंदिर पर जाती यात्रा पर हमला हुआ था। इसके बाद पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाया गया। पहलगाम हमले तक पाप का यह घड़ा भर चुका था। उन्होंने ये भी कहा कि हमें एयर डिफेंस की कार्रवाई को एक कॉन्टेक्स में समझने की जरूरत है। पलटवार के लिए हम लोगों ने पहले ही तैयारी कर ली थी। इसके बाद ही कार्रवाई की गई।
हमने पाकिस्तान के सभी ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया। इसके साथ ही राजीव घई ने बीएसएफ की सराहना करते हुए कहा कि सीमा पर पहरा देने वाले जवानों ने इस अभियान में बहुत ही बहादुरी के साथ हमारा साथ दिया। इसके कारण पाकिस्तान की नापाक हरकतों का विनाश किया गया। जब हौंसलों बुलंद हों, तो मंजिलें भी कदम चूमती हैं।
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