22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने हमला किया, जिसमें 26 बेगुनाह पर्यटक मारे गए। इस हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव काफी बढ़ गया। इसका जवाब देते हुए भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इसके तहत भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकियों के कई ठिकानों को निशाना बनाया। 11 मई को सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने बताया कि भारत ने कुल 9 आतंकी शिविरों को निशाना बनाया। इन हमलों में 100 से ज्यादा आतंकवादी मारे गए और उनके ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचा। भारत की इस कार्रवाई से आतंकियों की गतिविधियों को बड़ा झटका लगा है। भारत की सेना की कार्रवाई के पक्के सबूत मिले हैं, जिससे साफ होता है कि पाकिस्तान में आतंकवाद के अड्डों को भारी नुकसान हुआ है।
मुरीदके : आतंक का बुनियादी ढांचा
एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि भारत ने पाकिस्तान के मुरीदके में आतंकियों के ठिकाने पर हमला किया था। उन्होंने उस हमले की तस्वीरें भी दिखाईं। इन तस्वीरों में मिसाइल हमले के बाद की तबाही साफ़ दिखाई देती है। यह हमला लश्कर-ए-तैयबा के अड्डों पर किया गया था। मुरीदके लश्कर-ए-तैयबा का बड़ा ठिकाना है, जहां इसका मुख्य दफ्तर ‘मरकज-ए-तैयबा’ के नाम से जाना जाता है।
बहावलपुर: आतंकी बुनियादी ढांचा
भारत ने पाकिस्तान के बहावलपुर में मौजूद आतंकवादी शिविर पर हमला किया। इस हमले की तस्वीरों में मिसाइल हमले के बाद की तबाही साफ दिखाई दे रही है। बहावलपुर, आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का मुख्य ठिकाना माना जाता है।
इस सैन्य कार्रवाई में भारत ने पाकिस्तान के नूर खान एयरबेस पर भी सटीक मिसाइल हमला किया। यह एयरबेस पहले चकला एयरबेस कहलाता था और रावलपिंडी में स्थित है, जो इस्लामाबाद से करीब 10 किलोमीटर दूर है। यह एयरबेस पाकिस्तान वायुसेना का एक अहम केंद्र है, जहां से लंबी दूरी की मिसाइलें चलाई जाती हैं और रसद (सामग्री और सामान) का प्रबंधन होता है। भारतीय सेना ने रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुछ सैटेलाइट तस्वीरें दिखाईं। इनमें पाकिस्तान की सीमा के अंदर मौजूद वायु रक्षा रडारों के हमले से पहले और बाद की तस्वीरें थीं। इन तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि पसरूर, चुनियन और आरिफवाला में रडारों को भारी नुकसान पहुंचा है।
भारतीय वायु सेना ने इस दौरान उसने पाकिस्तान के कम से कम 8 सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए। बाद में सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला कि इन जगहों पर इमारतों और जमीन को काफी नुकसान हुआ है। जिन ठिकानों पर हमला किया गया, उनमें राफिकी, मुरीदके, चकलाला, रहीम यार खान, सक्र, चुनियां, पसरूर और सियालकोट शामिल हैं।
यहां रडार केंद्र, कमान और नियंत्रण केंद्र और गोला-बारूद के भंडार थे। जैकोबाबाद के शाहबाज एयरबेस पर एक और सटीक हमला हुआ है। इसमें हवाई जहाज रखने वाली इमारत (हैंगर) को निशाना बनाया गया। कावा स्पेस से मिली तस्वीरों से पता चला है कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) की बिल्डिंग भी टूट-फूट गई है। सरगोधा एयरबेस पर भी दो जगह हमले हुए हैं। नई तस्वीरों में रनवे के बीच और चौराहे पर मलबा दिखाई दे रहा है।
टिप्पणियाँ