कर्णावती: गुजरात के सीमावर्ती जिलों में पाकिस्तान के ड्रोन हमलों के बीच गुजरात के सीमावर्ती जिलों कच्छ, पाटन और बनासकांठा में गुरुवार से ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया है। शुक्रवार देर रात मुख्यमंत्री और गृह राज्य मंत्री ने राज्य आपातकालीन केंद्र में बैठक कर सीमावर्ती जिलों के हालात का जायजा लिया। शुक्रवार रात गुजरात सीमा पर पाकिस्तान द्वारा किए गए ड्रोन हमले के बाद बनासकांठा के सुईगाम तालुका के 24 गांवों में ब्लैक आउट घोषित कर दिया गया है।
ऐसे समय में जब पाकिस्तान और भारत के बीच तनावपूर्ण स्थिति है, गुजरात सरकार भी पाकिस्तान का सामना करने के लिए तैयार है। गुरुवार रात गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने राज्य आपातकालीन केंद्र में बैठक की और शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री स्वयं राज्य आपातकालीन केंद्र पहुंचे। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में राज्य के सीमावर्ती जिलों की वर्तमान स्थिति पर चर्चा की गई। इस बैठक में वायु सेना, नौसेना और बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। बैठक के बाद राज्य सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण निर्णयों की भी घोषणा की।
गुजरात में ड्रोन उड़ाने और पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध
गुजरात सरकार ने मौजूदा तनावपूर्ण स्थिति के बीच राज्य में ड्रोन उड़ाने पर प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना जारी की है। जिसके अनुसार, शादी या अन्य कारणों से इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन या छोटे विमान अगले 96 घंटों तक नहीं उड़ाए जा सकेंगे। साथ ही 15 मई तक तेज आवाज वाले पटाखे फोड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। नियम तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द
राज्य सरकार ने एक परिपत्र जारी कर सभी सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां अगले आदेश तक रद्द कर दी हैं। छुट्टी पर गए लोगों को तुरंत ड्यूटी पर लौटने का आदेश दिया गया है।
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को भी सूचित किया गया
मुख्यमंत्री ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को युद्ध की स्थिति में आवश्यक वस्तुओं की कीमतों को नियंत्रित करने के भी निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिला कलेक्टर को आवश्यक वस्तुएं आसानी से उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार ने भी नागरिकों से अफवाहों से दूर रहने की अपील की है।
स्वास्थ्य विभाग भी सुसज्जित
स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने राज्य के सभी जिला स्वास्थ्य अधिकारियों और जिला विकास अधिकारियों के साथ बैठक भी की। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने आपात स्थिति में सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। राज्य सरकार ने वर्तमान स्थिति को देखते हुए राज्य के सीमावर्ती जिलों में चिकित्सा अधिकारियों की नियुक्ति भी की है।
प्रशासन की सोशल मीडिया पर कड़ी नजर
गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने पुलिस अधिकारियों के साथ विशेष बैठक की और उन्हें सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए। पाकिस्तान समर्थक और भारत विरोधी पोस्ट करने वालों के साथ-साथ सेना का मनोबल गिराने वाली पोस्ट करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का आग्रह किया गया। हर्ष सांघवी ने बताया कि पुलिस ने देश विरोधी और सेना का मनोबल गिराने वाली पोस्ट करने वाले चार लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है।
सभी जिलों के प्रवेश और निकास प्वाइंट पर जांच
राज्य सरकार ने सभी जिलों के प्रवेश और निकास द्वारों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था भी की है। यदि जिले में कोई संदिग्ध व्यक्ति प्रवेश करता हुआ पाया जाता है तो उसकी भी जांच की जाती है।
वर्तमान स्थिति में रेलगाड़ियाँ और उड़ानें रद्द
भुज की ओर जाने वाली पांच ट्रेनें 9 और 10 मई को दो दिनों के लिए रद्द कर दी गई हैं। अहमदाबाद को जोड़ने वाली 12 उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं। रेलवे से आने वाले यात्रियों की कड़ी जांच की जा रही है। रेलवे स्टेशन पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। अहमदाबाद हवाई अड्डे पर पहुंचने वाले यात्रियों को अपनी उड़ान के समय से पहले पहुंचने की एडवाइजरी जारी की गई है।
बनासकांठा और सांतलपुर के गांवों में ब्लैकआउट
शुक्रवार रात पाकिस्तानी ड्रोन हमले के बाद बनासकांठा के 24 गांवों और संतालपुर के 71 गांवों में ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया। सीमावर्ती जिलों में विशेष कन्ट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। बीएसएफ ने फूट पेट्रोलिंग भी शुरू कर दी है।
मुंद्रा और कांडला बंदरगाह भी ठप
कच्छ के मुंद्रा और कांडला बंदरगाहों पर भी शाम 7 बजे के बाद ब्लैकआउट घोषित कर दिया गया है। ये दोनों बंदरगाह केवल सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही चालू रहते हैं। ब्लैकआउट के कारण दोनों बंदरगाहों पर आयात और निर्यात कंटेनरों की लोडिंग और अनलोडिंग में 30 से 50 प्रतिशत तक की कमी आई है।
संवेदनशील इलाकों पर पुलिस की विशेष नजर
तनावपूर्ण स्थिति के बीच पाकिस्तान ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर सकता है जिससे कुछ संवेदनशील इलाकों में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो सकता है और इस मुद्दे पर आईबी और पुलिस को विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
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