गत सप्ताह कनाडा के वैंकूवर में एक गुरुद्वारे व मंदिर पर नजहीले खालिस्तानी नारे लिखने व तोड़फोड़ करने वालों की वहां की पुलिस ने तस्वीरें जारी की हैं। वैंकूवर सन समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार, घटना वाले दिन की सुबह ये संदिग्ध लोग गुरुद्वारे के बाहर मौजूद थे जब वहां भित्तिचित्र बनाए गए, जिसमें अंग्रेजी और पंजाबी भाषा में मुर्दाबाद जैसे शब्द भी लिखे गए थे।
वैंकूवर पुलिस विभाग के प्रवक्ता सार्जेंट स्टीव एडिसन ने कहा कि जो कोई भी इन संदिग्धों को पहचानता है, वह पुलिस से संपर्क करे। उन्होंने कहा कि संदिग्ध वाहन शनिवार को सुबह 4 से साढ़े चार बजे के बीच अपराध के समय इलाके से गुजरा था। एडिसन ने कहा, हमारा मानना है कि इन लोगों के पास इस अपराध और पुलिस ने बताया कि एक संदिग्ध व्यक्ति ने पीली टोपी, जैकेट और काली पैंट पहन रखी थी जबकि दूसरे ने काली पैंट के साथ ग्रे हुडी पहनी हुई थी।
रॉस स्ट्रीट गुरुद्वारे का संचालन करने वाली खालसा दीवान सोसाइटी ने एक बयान में आरोप लगाया कि खालिस्तान की वकालत करने वाले सिख अलगाववादियों के एक छोटे समूह ने इस कृत्य को अंजाम दिया है। बयान में कहा गया, यह कृत्य चरमपंथी ताकतों द्वारा जारी अभियान का हिस्सा है जो कनाडाई सिख समुदाय के भीतर भय और विभाजन पैदा करना चाहती हैं।
ज्ञात रहे कि कनाडा सहित अनेक पश्चिमी देशों में खालिस्तानी तत्वों द्वारा कई बार मंदिरों पर हमले, तोडफ़ोड़ करने व जहरीले खालिस्तानी नारे लिखने का कुकृत्य किया है। अब उन्होंने वहां के गुरुद्वारे को भी नहीं बख्शा, जिससे समूचे सिख समाज में रोष की लहर फैली हुई है।
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