नई दिल्ली । स्वदेशी जागरण मंच की शोध शाखा स्वदेशी शोध संस्थान के तत्वावधान में एक ऐतिहासिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन “विज़न 2047: समृद्ध और महान भारत” का आयोजन 24 से 26 अप्रैल, 2025 तक नई दिल्ली स्थित आईसीएआर-भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, पूसा परिसर में किया जा रहा है। यह आयोजन भारत के भविष्य को संवारने के लिए एक सशक्त मंच प्रदान करेगा, जहां नीति निर्माता, विद्वान, शोधकर्ता, कॉर्पोरेट नेता और युवा एक साथ मिलकर सार्थक संवाद व रणनीतिक दिशा तय करेंगे।
स्वदेशी शोध संस्थान द्वारा आयोजित यह सम्मेलन अपनी तरह का पहला आयोजन है, जो भारत के विकास की यात्रा को भारतीय मूल्यों, आत्मनिर्भरता और पारंपरिक ज्ञान के साथ जोड़ते हुए ‘विकास के भारतीय मॉडल’ की स्थापना की दिशा में कदम है।
सम्मेलन की थीम और उद्देश्य
‘विजन 2047: समृद्ध और महान भारत’ की थीम के अंतर्गत इस तीन दिवसीय आयोजन में भारत की स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूरे होने तक के लक्ष्यों को लेकर व्यापक विचार-विमर्श होगा। इसमें जनसांख्यिकीय लाभांश का उपयोग, पूर्ण रोजगार की रणनीति-उद्यमिता, भारतीय कौशल और वैश्विक पैरामीटर, दुनिया की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनने की पहल, एक मजबूत सुरक्षा प्रणाली की स्थापना, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में विकास, पारिवारिक मूल्यों, वसुदेव कुटुंबकम और वैश्विक बंधुभाव की वकालत, पर्यावरण के अनुकूल विकास, उच्च जीवन मूल्यों में निहित राष्ट्र का निर्माण जैसे विषय शामिल होंगे।
प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति
सम्मेलन में केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर, श्री नितिन गडकरी, श्री शिवराज सिंह चौहान, आरबीआई निदेशक एस. गुरुमूर्ति, प्रधानमंत्री आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल और शमिका रवि, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विचारक, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, आईआईटी-आईआईएम निदेशक, विदेशी राजदूत व उच्चायुक्त और उद्योग जगत के दिग्गज भाग लेंगे।
शोध व संवाद का विशाल मंच
सम्मेलन में 800 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत किए जाएंगे और 3000 से अधिक प्रतिभागी (शोधकर्ता, शिक्षाविद, विशेषज्ञ और युवा प्रतिनिधि) सम्मिलित होंगे। यह आयोजन कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, आईसीएआर, एगडर विश्वविद्यालय (नॉर्वे) और इंदिरा गांधी जनजातीय विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के सहयोग से हो रहा है।
विकास का वैकल्पिक भारतीय मॉडल
स्वदेशी शोध संस्थान के अनुसार यह आयोजन विकेन्द्रीकरण, पर्यावरणीय संतुलन, शून्य गरीबी, समानता, संपूर्ण रोजगार और मूल्य आधारित समाज के निर्माण हेतु भारत के विशिष्ट दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का प्रयास है। सम्मेलन में प्रस्तुत विचार भारत को वर्ष 2047 तक एक गौरवशाली, समृद्ध और वैश्विक नेतृत्वकर्ता राष्ट्र बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगे।
मीडिया को आमंत्रण
आयोजकों ने आज दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय मार्ग पर स्थित लघु अद्योग भारती कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान प्रिंट, डिजिटल और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के सभी प्रतिष्ठानों को सम्मेलन की कवरेज के लिए आमंत्रित करते हुए कहा है कि यह भारत के विकास-यात्रा में जुड़ने का एक सुनहरा अवसर है, जहां देश-दुनिया के शीर्ष नीति निर्माता, विचारक और कॉर्पोरेट दिग्गज एक मंच पर होंगे।
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