झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे चाहे संसद में हो या बाहर वह अपने तीखे और बोल्ड बयानों के कारण लगातार चर्चा में बने रहते हैं। शनिवार को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट पर निशाना साधते हुए कहा कि यदि शीर्ष अदालत ही कानून बनाएगी, तो संसद और विधानसभाओं को बंद कर देना चाहिए। उन्होंने पश्चिम बंगाल हिंसा पर भी सुप्रीम कोर्ट की चुप्पी पर सवाल उठाए। हालांकि उनके इस बयान से भाजपा ने खुद को अलग कर लिया, और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इसे निशिकांत दुबे का निजी विचार बताया।
अब आज रविवार को निशिकांत दुबे ने अपने बयान से पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) एसवाई कुरैशी को निशाना बनाया। कुरैशी ने हाल ही में वक्फ संशोधन एक्ट को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला था। उन्होंने अपने एक्स पोस्ट में कहा था कि वक्फ अधिनियम ‘मुस्लिम भूमि हड़पने की सरकार की भयावह योजना’ है और सुप्रीम कोर्ट इस पर सवाल उठाएगा।
कुरैशी के इस बयान पर पलटवार करते हुए निशिकांत दुबे ने एक्स पर लिखा, “एसवाई कुरैशी, आप चुनाव आयुक्त नहीं, मुस्लिम आयुक्त थे। झारखंड के संथालपरगना में आपके कार्यकाल में बांग्लादेशी घुसपैठियों को सबसे ज्यादा वोटर बनाया गया।”
सांसद निशिकांत दुबे ने इतिहास का हवाला देते हुए कहा- “पैगंबर मुहम्मद साहब का इस्लाम भारत में 712 में आया, उससे पहले यह जमीन हिंदुओं, वनवासियों, जैन या बौद्ध धर्मावलंबियों की थी।”
उन्होंने अपने गाँव विक्रमशिला का जिक्र करते हुए कहा कि “1189 में बख्तियार खिलजी ने विक्रमशिला विश्वविद्यालय को जलाया था, जिसने दुनिया को पहला कुलपति अतिश दीपांकर दिया”।
निशिकांत दुबे ने कुरैशी को इतिहास पढ़ने और देश को जोड़ने की नसीहत दी, साथ ही चेतावनी दी कि “तोड़ने से पाकिस्तान बना, अब भारत का बंटवारा नहीं होगा।”
दुबे के इन बयानों ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। वक्फ संशोधन एक्ट और बांग्लादेशी घुसपैठ जैसे मुद्दों पर उनकी टिप्पणियां राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई हैं।
यहां देखें उनका पूरा एक्स पोस्ट-
आप चुनाव आयुक्त नहीं,मुस्लिम आयुक्त थे,झारखंड के संथालपरगना में बांग्लादेशी घुसपैठिया को वोटर सबसे ज़्यादा आपके कार्यकाल में ही बनाया गया ।पैगंबर मुहम्मद साहब का इस्लाम भारत में 712 में आया,उसके पहले तो यह ज़मीन हिंदुओं की या उस आस्था से जुड़ी आदिवासी,जैन या बौद्ध धर्मावलंबी की… https://t.co/yf8uBjmoYN
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) April 20, 2025
टिप्पणियाँ