बलरामपुर, (हि.स.)। दस साल से फरार चल रहे नक्सली राजेंद्र सिंह खैरवार को सामरी पाठ पुलिस ने सोमवार को झारखंड के गढ़वा जिले से गिरफ्तार किया है। राजेंद्र खैरवार सन 2000 से 2015 तक पीपुल्स वार ग्रुप (पीडब्लूजी) में सक्रिय था। इस दौरान बलरामपुर जिले और झारखंड राज्य में कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका है।
बलरामपुर पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, 18 मार्च 2015 को सामरी पाठ पुलिस को सूचना मिली कि सबाग से चुनचुना पुंदाग पुलिस व सीआरपीएफ बल के आने-जाने वाले रास्ते पर अज्ञात अपराधियों द्वारा टिफिन बम लगाया गया है। सूचना पर पुलिस बल, सीआरपीएफ व बीडीएस टीम तत्काल रवाना हुई। घटनास्थल आमा, कुरगा के पास पहुंचकर सावधानी पूर्वक टिफिन बम को डिफ्यूज किया गया। जिसके बाद सामरी पाठ पुलिस कार्रवाई करते हुए अज्ञात नक्सलियों के विरुद्ध 20 मार्च 2015 को अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में जुट गई। घटना के बाद से नक्सली फरार चल रहा था। एसपी वैभव बेंकर के निर्देश में नक्सली राजेंद्र सिंह खैरवार को गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम गठित की गई और सूचना पर झारखंड के लिए टीम रवाना हुई। इसी दौरान आरोपित नक्सली राजेंद्र सिंह खैरवार (40 वर्ष) निवासी उदयपुर, थाना रामकंडा, जिला गढ़वा (झारखंड) के सकुनत पर जाकर हिरासत में लेकर थाना सामरी पाठ लाकर पूछताछ किया गया। पूछताछ में उसने कई जुर्म कबूल किए।
पूछताछ में आरोपित नक्सली राजेंद्र सिंह खैरवार ने बताया कि वर्ष 2000 से पीपुल्स वार ग्रुप (पीडब्लूजी) नकली संगठन में एरिया कमांडर खुदीसिंह के साथ शामिल होकर एरिया कमांडर एवं सबजोनल कमांडर के पद पर सशस्त्र दल से सक्रिय था। वर्ष 2000 से 2015 तक भारतीय कम्युनिटी पार्टी (माओवादी) नक्सली संगठन में सक्रिय रहा। इस बीच जेल भी गया। नक्सली दस्ता के साथ रहते हुए उसने कई वारदात को अंजाम दिया।
पूछताछ में बताया कि वर्ष 2000 से 2002 के मध्य में नक्सली साथियों के साथ झारखंड के थाना भंडरिया के ग्राम मरदा बरगढ़ में पुलिस के साथ मुठभेड़, रंका में चीनिया घाट के पास पुलिस के साथ मुठभेड़ किया। इसके बाद छत्तीसगढ़ तत्कालीन सरगुजा जिला के चांदो थाना के ग्राम शाहपुर में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शामिल रहा। इसके बाद कई ग्रामीणों की हत्या की। ग्राम भवरमाल के भागीरथी (वकील) की बंदूक लूटा और उसकी पिटाई की। इसके बाद ग्राम महावीरगंज के मुमताज मियां एवं दीक्षित का बंदूक लूटा। इसके बाद बुलगांव के कुंवर सिंह के घर घुसकर उसकी पिटाई की।
नक्सली एरिया कमांडर रहते हुए राजेंद्र सिंह खैरवार सन 2000 से 2015 तक कई घटनाओं को अंजाम दिया था। जिसमें पुलिस के साथ मुठभेड़, हत्या, बम ब्लास्ट, ग्रामीणाें के घर जलाने शामिल हैं। इससे पूर्व 2015 में पुलिस के साथ मुठभेड़ में आरोपित नक्सली संगठन के एरिया कमांडर राजेंद्र सिंह खैरवार के पास से पुलिस 315 बोर बंदूक के साथ गिरफ्तार भी किया था। सोमवार को सामरी पाठ पुलिस ने टिफिन बम के मामले में गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बलरामपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा कि नक्सली एरिया कमांडर के रूप में सक्रिय था और यह 2015 से फरार था। छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम ने झारखंड के गढ़वा जिले से खैरवार को गिरफ्तार किया है। इस गिरफ्तारी में सामरी पाठ थाना प्रभारी विजय प्रताप सिंह, प्रधान आरक्षक जेम्स लकड़ा, आरक्षक कृष्णा मरकाम, आदित्य कुजूर का सराहनीय योगदान रहा।
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